भारतीय सेना के मेजर ने बनाया दुनिया का पहला ‘बैलिस्टिक हेलमेट’, नहीं भेद पाएगी AK47 की भी गोली

भारतीय सेना के मेजर ने बनाया दुनिया का पहला 'बैलिस्टिक हेलमेट', नहीं भेद पाएगी AK47 की भी गोली

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  • Publish Date - February 9, 2020 / 06:17 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:48 PM IST

लखनऊ: भारतीय सेना ही नहीं दुनिया के कई देशों के सैनिक युद्ध के दौरान सिर में गोली लगने के चलते शहीद हो जाते हैं। लेकिन भारतीय सेना के मेजर अनूप मिश्रा ने एक ऐसा हेलमेट तैयार किया है, जिससे अब सैनिक सिर में गोली लगने से शहीद नहीं होंगे। दरअसल मेजर अनूप मिश्रा ने दुनिया का पहला बैलिस्टिक हेलमेट बनाया है, जो एके 47 की गोली को भी रोकने में सक्षम है। वहीं, इस हेलमेट का वजन महज 1.4 किलोग्रमा है।

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दरअसल आर्मी कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग, पुणे में तैनात मेजर अनूप मिश्रा का दावा है कि यह बैलिस्टिक हेलमेट 10 मीटर की दूरी से दागी गई एके-47 की गोलियां झेलने में सक्षम है। इसके अलावा सेना ने निजी कंपनी के साथ मिलकर एक एक किफायती गन शॉट लोकेटर भी तैयार किया है। उन्होंने भारतीय सेना की ‘अभेद्य परियोजना’ के तहत यह हेलमेट तैयार किया है। इसे शुक्रवार को पहली बार डिफेंस एक्सपो 2020 में प्रदर्शित किया गया है।

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बताया जा रहा है कि मेजर अनूप मिश्रा ने बैलिस्टिक हेलमेट के साथ—साथ एक फुल बॉडी बुलेटप्रूफ जैकेट भी बनाया है। बताया गया कि युद्ध के दौरान एक बार अनूप मिश्रा को गोली लग गई थी, जिसके बाद उन्होंने बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने का निर्णय किया था। यह जैकेट स्नाइपर की गोलियों को भी झेल सकता है।

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