फ्रांस। करीब एक महीने पहले फ्रांस के शहर ग्रेनोबल ने स्विमिंग पूल में मुस्लिम महिलाओं को बुर्किनी पहनने की इजाजत दे दी थी। इस फैसले पर वहां खूब हंगामा हुआ था। मामला पहले लोअर कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। 21 जून के फैसले में अदालत ने ग्रेनोबल शहर के फैसले को रद्द करते हुए बुर्किनी पर बैन को बरकरार रखा है। इसके बाद बुर्किनी को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
क्या है बुर्किनी ड्रेस?
बुर्किनी एक ऐसा फुल बॉडी स्विमसूट है, जिसमें चेहरे, हाथों और पैरों को छोड़कर बाकी सब ढंका रहता है। बुर्किनी शब्द ‘बुर्का’ और ‘बिकिनी’ शब्दों को मिलाकर बना है। ये ड्रेस काफी हद तक बुर्के से मिलती-जुलती है, लेकिन बुर्के के उलट इसमें चेहरा खुला रहता है। बुर्किनी का इस्तेमाल मुस्लिम महिलाएं काफी हद तक इस्लाम के नियमों के दायरे में रहकर स्विमिंग पूल में नहाने के लिए करती हैं।
देखें बुर्किनी का डिजाइनर कौन?
बुर्किनी के अस्तित्व में आने की कहानी भी बेहद रोचक है। बुर्किनी को सबसे पहले साल 2004 में लेबनान मूल की एक ऑस्ट्रेलियाई मुस्लिम फैशन डिजाइनर अहेदा जानेटी ने डिजाइन की थी। जानेटी ने बुर्किनी डिजाइन करने के पीछे की कहानी द गार्जियन के लिए लिखे अपने एक लेख में बताई थी। जानेटी का कहना था कि एक बार मैंने अपनी भतीजी को हिजाब पहनकर नेटबॉल खेलते देखा तो मुझे मुस्लिम लड़कियों के लिए एक ऐसी ड्रेस बनाने का ख्याल आया, जो स्पोर्ट्स के लिहाज से आरामदायक हो। जो वेस्टर्न लाइफ स्टाइल को अपनाने के साथ ही मुस्लिम लड़कियों की जरूरतों को भी पूरा करती हो। बस यहीं से जानेटी के दिमाग में बुर्किनी का कॉन्सेप्ट आया।
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वैसे तो burkini और burqini शब्दों के कॉपीराइट जानेटी की कंपनी अहिदा के पास हैं, लेकिन अब ये शब्द इतना लोकप्रिय हो चुका है कि बुर्किनी शब्द का इस्तेमाल उससे मिलते-जुलते आम स्विमसूट्स के लिए भी धड़ल्ले से होता है।