नई दिल्ली। सात साल पहले के राष्ट्रीय राजधानी में हुए वीभत्स निर्भया गैंगरेप केस के दोषी आज पलपल मर रहे हैं। सभी चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी की सज़ा दी जाएगी। फांसी से पहले दोषियों के परिजन उनसे मिलने के लिए तिहाड़ जेल पहुंच रहे हैं। शनिवार को जेल प्रशासन ने दोषी मुकेश सिंह को परिवारवालों को मिलने की अनुमति दी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दोषी मुकेश अपनी मां से मिलते ही फूट-फूटकर रोने लगा।
ये भी पढ़ें- होटल इंडस्ट्री की इस चर्चित कंपनी से बड़ी संख्या में होगी कर्मचारि…
दोषी मुकेश अपनी मां के साथ मुलाकात के दौरान वो कई बार रोया, लेकिन इस दौरान परिजन उसे समझाते रहे कि सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पेटिशन दाखिल की गई है। ऐसे में जल्द सब ठीक हो जाएगा। मुकेश के परिजनों ने दया याचिका के बारे में भी बताया। जेल अधिकारियों के मुताबिक ये फिलहाल आखिरी मुलाकात नहीं थी। नियमों के मुताबिक उन्हें सप्ताह में दो बार परिजनों से मिलने की अनुमति दी गई है।
ये भी पढ़ें- ऑक्सीजन प्लांट में बड़ा विस्फोट, 6 लोगों की मौत, 15 लोगों की हालत ग…
फांसी की तारीख जैसे-जैसे नज़दीक आ रही है दोषियों का डर बढ़ता जा रहा है। निर्भया के चारों दोषियों ने फिलहाल जेल में किसी से भी बातचीत करना बंद कर दिया है। पिछले सप्ताह जेल कर्मी से किसी बात पर बहस के दौरान हाथापाई की नौबत भी आ गई थी।
ये भी पढ़ें- किसानों और कारोबारियों को जल्द मिलेगा फायदा, सरकार कर रही है इस कान…
निर्भया केस में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट से डेथ वारंट जारी होने के बाद दो दोषियों की ओर से क्यूरेटिव याचिका दाखिल की गई है। सुप्रीम कोर्ट में इस पर 14 जनवरी को सुनवाई होगी। इसी दिन पता तय हो जाएगा कि निर्भया के दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दी जाएगी या फिर अभी दोषियों को कुछ दिन की और मोहलत मिलेगी। याचिका में फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग की गई है। विनय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट सहित सभी अदालतों ने मीडिया और नेताओं के दबाव में आकर उन्हें दोषी ठहराया है, गरीब होने के कारण उसे मौत की सजा सुनाई गई है।