MP Ramesh Jigajinagi on BJP: कर्नाटक के भाजपा सांसद और दलित नेता रमेश जिगाजिनागी ने पार्टी के खिलाफ खुले तौर पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि ज्यादातर केंद्रीय मंत्री ऊंची जातियों से हैं, जबकि दलितों को प्रमुखता नहीं दी जाती है। मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए विजयपुरा से सांसद ने कहा कि कई लोगों ने उन्हें भाजपा में न जाने की सलाह दी थी, क्योंकि यह ‘दलित विरोधी’ है।
जिगाजिनागी से जब पूछा गया कि क्या वे कैबिनेट मंत्री पद की आकांक्षा रखते हैं, तो उन्होंने कहा कि ‘मुझे केंद्रीय मंत्री पद की मांग करने की कोई आवश्यकता नहीं है, लोगों का समर्थन मेरे लिए जरूरी है। लेकिन जब मैं वापस आया (चुनाव के बाद) तो लोगों ने मुझे बुरी तरह डांटा। कई दलितों ने मुझसे इस बात पर बहस की, कि भाजपा दलित विरोधी है और मुझे पार्टी में शामिल होने से पहले यह बात जान लेनी चाहिए थी।’
उन्होंने आगे कहा कि मेरे जैसा वंचित नेता लगातार सात चुनाव लगातार जीतने वाला दक्षिण भारत का पहले व्यक्ति है। सभी उच्च जाति के लोग कैबिनेट पदों पर हैं। भाजपा नेता ने सवाल किया कि क्या दलितों ने कभी बीजेपी का समर्थन नहीं किया? उन्होंने आगे कहा कि इससे मुझे बहुत दुख हुआ।
MP Ramesh Jigajinagi on BJP: जून में संपन्न हुए 543 सीटों पर लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 240 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि, पार्टी 272 के बहुमत के आंकड़े से चूक गई थी, लेकिन केंद्र में लगातार तीसरी बार एनडीए सरकार बनी। कर्नाटक की 28 में से भाजपा 17 सीटों पर विजयी रही थी। पार्टी ने जनता दल सेक्युलर के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। जेडीएस के खाते में 2 सीटें आईं।