जयपुर : rajasthan budget 2023 : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा सदन में अपने तीसरे कार्यकाल का आखरी बजट पेश किया। यहां अपने भाषण में कई अहम घोषणाएं की हैं ,बता दें कि गहलोत द्वारा 6 मिनट तक पिछले साल का बजट पढ़ देने से सदन में हंगामा हो गया और कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित हो गई।
rajasthan budget 2023 : -गहलोत ने बड़ी घोषणा करते हुए बताया कि प्रदेश में किसानों को 2000 यूनिट तक की बिजली मुफ्त दी जाएगी।
-प्रदेश में उज्जवला स्कीम का लाभ उठाने वालों को रिफलिंग पर केवल 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध होगा।
-घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट की बिजली फ्री दी जाएगी।
-कोरोना काल में जिन बच्चों के माँ बाप मर गए हैं उन्हें 18 की उम्र में आने पर सरकारी नौकरी दी जाएगी।
-दुर्घटना बीमा को 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपए कर दिया गया है।
-प्रदेश के 15 स्थानों पर 20 करोड़ रुपये की लागत से नशा मुक्ति केन्द्र बनाए जाएंगे।
-प्रतापगढ, राजसमन्द और जालोर में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे।
-पेपर लीक को लेकर स्पेशल टास्क फोर्स बनाया जाएगा जो इस तरह की चीजों की निगरानी करे।
-महिलाओं के लिए रोडवेज बसों में किराए में छूट के 30 प्रतीशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया है।
-खाद्य सुरक्षा के तहत पात्र परिवारों को अन्नपूर्णा फ़ूड पैकेट मुफ्त में मिलेंगे. इसमें दाल, चीनी सहित राशन सामान होगा।
-उन चरवाहों के लिए 50,000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, जिन्होंने स्किम डिजीज के प्रकोप के कारण अपने मवेशियों को खो दिया।
rajasthan budget 2023 : गौरतलब है कि बजट भाषण के दौरान सीएम गहलोत ने विधानसभा में पुराना बजट पढ़ दिया। हालांकि मंत्री महेश जोशी ने उन्हें बीचे में ही रोक दिया। इसके चलते सदन में भारी हंगामा होने लगा। इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। विधानसभा में जब सीएम गहलोत बजट पढ़ रहे थे, तब विपक्षी नेता हंगामा करने लगे। इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि थोड़ा सा सब्र रखें। इससे सभी को अच्छा लगेगा।
rajasthan budget 2023 : वहीं मंत्री महेश जोशी ने कहा कि सभी लोग आपको देख रहे हैं। ये गलत बात है। जानकारी के मुताबिक विधानसभा में विपक्ष जमकर हंगामा कर रहा है। बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत जब बजट पढ़ रहे थे, तो इस दौरान उन्होंने पिछली तीन से चार योजनाओं को भी गिना दिया। इतना ही नहीं, इसमें शहरी विकास योजना जो कि पिछले साल लागू की गई थी। उसे भी सीएम ने गिना दिया. तभी जलदाय मंत्री महेश जोशी ने सीएम के कान में कहा। इसके बाद उन्होंने सॉरी कहा। लेकिन इसके बाद विपक्ष ने सदन में भारी हंगामा शुरू कर दिया।