चक्रवात ‘दाना’ से ओडिशा और बंगाल में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, हुई भारी वर्षा

चक्रवात ‘दाना’ से ओडिशा और बंगाल में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, हुई भारी वर्षा

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  • Publish Date - October 25, 2024 / 06:26 PM IST,
    Updated On - October 25, 2024 / 06:26 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

भुवनेश्वर/कोलकाता, 25 अक्टूबर (भाषा) चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के तट पर पहुंचने के बाद शुक्रवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हुई तथा पेड़ एवं बिजली के खंभे उखड़ गये लेकिन उसके कारण बुनियादी ढांचे को कोई गंभीर नुकसान नहीं पहुंचा और बाद में विमान एवं रेल परिचालन भी बहाल हो गया।

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है और राज्य ने अपना ‘शून्य मानवीय क्षति मिशन’ हासिल कर लिया है, जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण एक व्यक्ति की मौत हुई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के तट पर पहुंचने की प्रक्रिया शुक्रवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे पूरी हुई और इसे इसमें कम से कम साढ़े आठ घंटे लगे।

‘दाना’ तूफान शुक्रवार को रात करीब 12बजकर पांच मिनट पर ओडिशा में केंद्रपाड़ा के भीतरकनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच पहुंचा। उस दौरान हवा की गति करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटा थी।

सुबह भुवनेश्वर में चक्रवात की स्थिति की समीक्षा के बाद माझी ने घोषणा की कि ओडिशा ने अपना ‘शून्य हताहत मिशन’ हासिल कर लिया है क्योंकि ‘गंभीर चक्रवाती तूफान में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।’

मुख्यमंत्री ने कहा कि पेड़ों के उखड़ने से बाधित हुईं सभी सड़कों से इन वृक्षों को दिन में हटा दिया जाएगा, क्योंकि बृहस्पतिवार रात हवा की तीव्रता कम होते ही बचाव दल के कर्मी काम पर लग गये थे।

माझी ने कहा कि खंभे और ‘ट्रांसफार्मर’ जैसे कई विद्युत उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए हैं और उनकी मरम्मत की जा रही है।

उन्होंने कहा,‘‘शुक्रवार शाम छह बजे तक सबसे अधिक प्रभावित केंद्रपाड़ा, बालासोर और भद्रक जिलों सहित सभी स्थानों पर विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।’’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कोलकाता में कहा कि राज्य में चक्रवात ‘दाना’ के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि प्रशासन ने निचले इलाकों से लगभग 2.16 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

बनर्जी ने स्थिति पर नजर रखने के लिए कोलकाता में रात राज्य सचिवालय नबान्न में बिताने के बाद वहां समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि चक्रवात से प्रभावित सभी लोगों तक राहत सामग्री पहुंचे।

बनर्जी ने कहा, ‘‘इस प्राकृतिक आपदा में एक व्यक्ति की मौत हुई है। वह व्यक्ति अपने घर पर केबल से संबंधित कुछ काम करते समय मारा गया। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। पोस्टमार्टम से हमें स्पष्ट तस्वीर मिलेगी। अगर जरूरत पड़ी तो हम (राज्य सरकार) परिवार की मदद करेंगे।’’

पश्चिम बंगाल के दक्षिण भाग के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई।

पूर्व मेदिनीपुर के मंदारमणि और दक्षिण 24 परगना जिले के गोसाबा के विभिन्न हिस्सों में जलभराव की खबर है, जिससे प्रभावित निवासियों की परेशानी और बढ़ गई है।

कितना नुकसान हुआ– इसका अभी आकलन किया जा रहा है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चला है कि तूफान के कारण भारी बारिश हुई, जो शुक्रवार तक जारी रही, फलस्वरूप निचले इलाकों में पानी भर गया।

अधिकारियों ने बताया कि राज्य आपदा प्रबंधन बल की 13 टीम और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 14 बटालियन बंगाल के तटीय क्षेत्रों में तैनात की गई हैं।

उनके अनुसार चक्रवाती तूफान के मद्देनजर बृहस्पतिवार शाम से कोलकाता हवाई अड्डे पर निलंबित उड़ान परिचालन शुक्रवार सुबह आठ बजे बहाल कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि पूर्वी रेलवे के अंतर्गत सियालदह मंडल के दक्षिण खंड पर भी रद्द कर दी गयीं ट्रेन सेवाएं सुबह 10 बजे फिर शुरू हो गईं।

शुक्रवार सुबह भुवनेश्वर में भी उड़ान और ट्रेन सेवाएं चालू हो गईं, हालांकि चक्रवात ‘दाना’ आधी रात से ही ओडिशा तट से टकरा रहा था।

माझी ने संवाददाताओं को बताया कि यहां बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुबह करीब नौ बजे पहली उड़ान के उतरने के साथ ही परिचालन चालू हो गया।

पूर्व तटीय रेलवे (ईसीओआर) ने एक बयान में कहा कि उसके अधिकार क्षेत्र में पहले रद्द की गई रेलगाड़ियों को छोड़कर रेलगाड़ियां तय समय के अनुसार चल रही हैं।

ईसीओआर ने चक्रवात दाना के मद्देनजर एहतियात के तौर पर करीब 203 रेलगाड़ियां रद्द कर दी थीं।

पश्चिम बंगाल में अलीपुर स्थित क्षेत्रीय मौसम विभाग के अनुसार, कोलकाता में पिछले 24 घंटों में शुक्रवार को सुबह 11.30 बजे तक 100 मिमी से अधिक बारिश हुई।

शहर के दक्षिणी और मध्य भागों में कई मुख्य मार्गों पर घुटनों तक पानी भर जाने से भवानीपुर, न्यू मार्केट, हाजरा, धर्मतला और बेहाला इलाकों में यातायात बाधित हुआ।

भाषा

राजकुमार नरेश

नरेश