देहरादून, छह अक्टूबर (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल में ‘स्टेट डेटा सेंटर’ में मेलवेयर आने एवं उसके कारण कई सरकारी विभागों में काम प्रभावित होने पर चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को सोमवार तक सभी महत्वपूर्ण वेबसाइट और ऑनलाइन सेवाओं को बहाल करने को कहा।
मेलवेयर हमले के बाद मुख्यमंत्री ने स्थिति का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की और अधिकारियों से ‘स्टेट डाटा सेंटर’ की ‘स्कैनिंग’ जल्द से जल्द पूरा कर जनहित से जुड़े विभागों की वेबसाइट को प्राथमिकता से शुरू करने के निर्देश दिए। मेलवेयर एक तरह का वायरस होता है जिसे डेटा चुराने के लिए कंप्यूटर आदि में डाला जाता है।
उन्होंने कहा, “यह सुनिश्चित किया जाए कि सोमवार तक सभी वेबसाइट का संचालन शुरू हो जाए।”
बैठक के दौरान, प्रदेश के सूचना प्रोद्यौगिकी सचिव नितेश झा ने बताया कि सूचना प्रोद्यौगिकी विकास एजेंसी के डाटा सेंटर में वर्चुअल मशीनों पर मेलवेयर के कारण किसी भी प्रकार की डेटा हानि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि 1378 में से 11 मशीनों पर मेलवेयर का प्रभाव पड़ा था।
उन्होंने कहा कि बीते दो दिनों में डेटा सेंटर की कई बार ‘स्कैनिंग’ कर ली गई है। उन्होंने बताया कि ई-ऑफिस एवं सीएम हेल्पलाइन सहित कई अन्य वेबसाइट शुरू हो गयी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के मामलों की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए ऑनलाइन सेवाओं से संबंधित सुरक्षा के लिए राज्य में अतिशीघ्र ‘साइबर सिक्योरिटी टास्क फोर्स’ का गठन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आईटी के क्षेत्र में कार्य कर रही भारत सरकार की सर्वश्रेष्ठ एजेंसियों के सहयोग से स्टेट डेटा सेंटर की सुरक्षा प्रणाली को और ज्यादा आधुनिक बनाया जाए।
धामी ने अधिकारियों को ‘स्टेट डेटा सेंटर’ और वेबसाइट का सुरक्षा ऑडिट करने के निर्देश भी दिए ।
उन्होंने अधिकारियों से ऑनलाइन मंचों की सुरक्षा एवं विभिन्न विभागों से संबंधित ऑनलाइन डेटा की पुन:प्राप्ति के लिए ‘डिजास्टर रिकवरी सेंटर’ की स्थापना करने को भी कहा ।
मुख्यमंत्री ने सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) में तकनीकी कार्य कर रही कंपनी की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया और कहा कि यदि किसी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है तो कंपनी पर कार्यवाही की जाए।
धामी ने आईटीडीए को यह सुनिश्चित करने को कहा कि प्रत्येक सरकारी कार्यालय में ‘एंटी वायरस सिस्टम’ अपडेट हो जिससे इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।
यह साइबर हमला दो अक्टूबर को हुआ जिस दिन गांधी जयंती के कारण सरकारी छुट्टी थी । ऑनलाइन प्रणाली बंद होने से सरकारी विभागों में कुछ काम हाथ से किए जा रहे हैं जबकि राशन कार्ड धारकों के सत्यापन सहित कई काम बंद पड़े हैं ।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रदेश भर के विभिन्न विभागों में कार्यरत आईटी विशेषज्ञ सोमवार तक वेबसाइट और ऑनलाइन सुविधाओं को बहाल करने में जुटे हुए हैं ।
एक अधिकारी ने बताया कि इस बात की जांच भी शुरू कर दी गयी है कि इस हमले को कहां से और किन लोगों द्वारा अंजाम दिया गया ।
भाषा दीप्ति नोमान
नोमान