हरिद्वार में कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली मस्जिद, मजारों के आगे लगाए गए पर्दे

हरिद्वार में कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली मस्जिद, मजारों के आगे लगाए गए पर्दे

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  • Publish Date - July 26, 2024 / 05:56 PM IST,
    Updated On - July 26, 2024 / 05:56 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

हरिद्वार, 26 जुलाई (भाषा) कांवड़ यात्रा मार्ग पर होटल और ढाबा संचालकों के नाम और पते वाले ‘साइनबोर्ड’ लगाने संबंधी आदेश पर विवाद अभी पूरी तरह से थमा भी नहीं है कि अब हरिद्वार जिला प्रशासन ने यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली मस्जिदों और मजारों को तिरपाल और तंबू लगाने में इस्तेमाल कपड़ों के पर्दों से ढक दिया है।

ज्वालापुर के रामनगर कॉलोनी स्थित मस्जिद और दुर्गा चौक के पास स्थित मजार के गेट पर बड़ा तिरपाल लगा दिया गया है। इससे पहले, कांवड़ यात्रा के दौरान मस्जिदों और मजारों को कभी नहीं ढका गया था।

ज्वालापुर स्थित मजार कें प्रबंधक शकील अहमद ने कहा कि इस संबंध में उनसे कोई बात नहीं की गई। उन्होंने कहा कि कई दशकों से यहां से कांवड़िए गुजर रहे हैं, वे मजार के बाहर पेड़ की छाया में आराम करते हैं और चाय वगैरह पीते हैं। अहमद ने कहा कि पता नहीं इस बार ऐसा क्यों किया गया।

इस मामले में प्रशासनिक अधिकारी मीडिया से बात करने से बचते नजर आए। हालांकि, प्रदेश के पर्यटन और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि कांवड़ यात्रा को व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए मस्जिद और मजारों को ढका गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘कोई समस्या न हो, इसे देखते हुए ही कुछ बातो पर रोक लगाई जाती है। कांवड़ मार्ग पर किसी प्रकार की उत्तेजना न हो, इसलिए मस्जिद और मजारों को ढका गया है।’’

इस संबंध में कांग्रेस नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव आफाक अली ने कहा कि प्रशासन का मस्जिदों और मजारों को ढकने का फैसला हैरान करने वाला है।

अली ने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ और कुछ कांवड़िए मस्जिदों में भी जाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत ऐसा देश है, जहां सभी हर धर्म व जाति का ध्यान रखते हैं।

भाषा सं दीप्ति धीरज

धीरज