महिलाओं के खिलाफ अपराध तभी रुकेंगे, जब ममता मु्ख्यमंत्री पद से हटेंगी : शुभेंदु अधिकारी

महिलाओं के खिलाफ अपराध तभी रुकेंगे, जब ममता मु्ख्यमंत्री पद से हटेंगी : शुभेंदु अधिकारी

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  • Publish Date - November 9, 2024 / 09:05 PM IST,
    Updated On - November 9, 2024 / 09:05 PM IST

कोलकाता, नौ नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को दावा किया कि कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक से कथित दुष्कर्म और हत्या जैसे अपराधों पर प्रभावी रूप से तभी लगाम लगाई जा सकती है, जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सत्ता से बाहर होंगी।

पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता अधिकारी ने बांकुरा जिले की तलडांगरा सीट से भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार के दौरान यह टिप्पणी की। तलडांगरा राज्य की उन पांच विधानसभा सीटों में शामिल है, जहां 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा।

अधिकारी ने कहा, “पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ बर्बरता की चौंकाने वाली घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। पुलिस आंखें मूंदे बैठी है। यह सिलसिला तभी रुक सकता है, जब ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद से हटेंगी।”

उन्होंने कहा कि आरजी कर अस्पताल मामले की पीड़िता के लिए बड़ी संख्या में लोग त्वरित न्याय की मांग कर रहे हैं और बेहतर होता कि यह मुकदमा राज्य के बाहर चलाया जाता।

उच्चतम न्यायालय ने आरजी कर दुष्कर्म एवं हत्याकांड की सुनवाई पश्चिम बंगाल से बाहर स्थानांतरित करने का अनुरोध बृहस्पतिवार को खारिज कर दिया था। शीर्ष अदालत ने कहा था कि कोलकाता की एक अदालत ने चार नवंबर को मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ आरोप तय कर दिए थे और मामले में 11 नवंबर से प्रतिदिन के आधार पर सुनवाई शुरू होगी।

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने संवाददाताओं से कहा कि कुछ राजनीतिक दल और संगठन आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नौ अगस्त को हुई घटना को लेकर लोगों को भड़काने और अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले की जांच अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रहा है।

पूर्व राज्यसभा सदस्य घोष ने कहा, “इस बात पर गौर किया जा सकता है कि घटना में कथित संलिप्तता के लिए एकमात्र गिरफ्तारी कोलकाता पुलिस ने अपराध के 24 घंटों के भीतर की थी। सीबीआई ने उसे (संजय रॉय) भी मुख्य आरोपी बनाया है। हम सभी चाहते हैं कि आरजी कर मामले की पीड़िता को न्याय मिले, लेकिन इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।”

भाषा पारुल पवनेश

पवनेश