Cricketer Rishabh Pant car accident: क्रिकेटर ऋषभ पंत के लिए साल 2022 कुछ ख़ास नहीं रहा। टीम इंडिया में जहां कुछ दिन पहले ही श्रीलंका के खिलाफ वनडे और टी20 टीम में उनका चयन नहीं हुआ। वहीं अब इसके बाद ऋषभ पंत की कार का भयानक एक्सीडेंट हुआ है, जिसमें बाल-बाल उनकी जान जाते-जाते बच गई है। ऐसे में तेज रफ़्तार कार के डिवाइडर से टकराने के बाद पंत को कौन सा शख्स अस्पताल लेकर पहुंचा और दुर्घटना के समय पंत ने उनसे क्या बातचीत की। इन सभी चीजों की जानकारी स्पोर्ट्स तक को मिली है। ऐसे में सुनते है उसी हरियाणा रोडवेज के बस ड्राइवर सुशील की जुबां से इनसाइड स्टोरी कि कैसे वह पंत को दुर्घटना स्थल से अस्पताल तक ले गया।
बता दें कि ऋषभ पंत अपनी मर्सिडीज कार खुद चलाकर होम टाउन रूड़की जा रहे थे। इसी दौरान झपकी आई और उनकी कार डिवाइडर से टकराकर दुर्घटना ग्रस्त हो गई। पंत ने खुद बताया कि वह विंड स्क्रीन तोड़कर बाहर आए। इसके बाद कार में भीषण आग लग गई थी।
ऋषभ पंत को देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है, जहां उनकी मां भी साथ हैं। पंत को सिर और घुटने में गंभीर चोटें आईं हैं। उनका MRI भी कराया गया है. इसके अलावा पीठ और पैर के कुछ हिस्सों में भी चोटें आईं। पंत का यह एक्सीडेंट शुक्रवार सुबह करीब 5:30 बजे रूड़की के पास मोहम्मदपुर जाट एरिया में हुआ।
Cricketer Rishabh Pant car accident: सुशील कुमार ने आजतक से कहा, ‘मैं हरियाणा रोडवेज में ड्राइवर हूं। मैं हरिद्वार से आ रहा था। जैसे ही हम नारसन के पास पहुंचे 200 मीटर पहले। मैंने देखा दिल्ली की तरफ से कार आई और करीब 60-70 की स्पीड में डिवाइडर से टकरा गई। टकराने के बाद कार हरिद्वार वाली लाइन पर आ गई। मैंने देखा कि अब बस भी टकरा जाएगी। हम किसी को बचा ही नहीं सकेंगे क्योंकि मेरे पास 50 मीटर का ही फासला था। मैंने तुरंत सर्विस लाइन से हटाकर गाड़ी फर्स्ट लाइन में डाल दी। वो गाड़ी सेंकड लाइन में निकल गई। मेरी गाड़ी 50-60 की स्पीड में थी। मैंने तुरंत ब्रेक लगाया और खिड़की साइड से कूदकर गया।’
बस ड्राइवर सुशील ने बताया, ‘मैंने देखा उस आदमी (ऋषभ पंत) को वो जमीन पर पड़ा था। मुझे लगा वो बचेगा ही नहीं। कार में चिंगारियां निकल रही थीं। उसके पास ही वो (पंत) पड़ा था। हमनें उसे उठाया और कार से दूर किया। मैंने उससे पूछा- कोई और है कार के अंदर. वो बोला मैं अकेला ही था। फिर उसी ने बताया कि मैं ऋषभ पंत हूं। मैं क्रिकेट के बारे में इतना जानता नहीं। उसे साइड में खड़ा किया। उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे, तो हमने अपनी चादर में उसे लपेट दिया।’
Cricketer Rishabh Pant car accident: सुशील ने आगे कहा, ‘उसी ने हमें बताया था कि मैं क्रिकेटर ऋषभ पंत हूं। उसने कहा कि उसके पैसे भी गिर गए हैं। तो हमने आसपास पड़े उसके 7-8 हजार रुपये इकट्ठा किए और उसे दिए। मेरे कंडक्टर ने एंबुलेंस को फोन किया। मैंने पुलिस और नेशनल हाइवे को फोन लगाया। 15-20 मिनट के बाद एम्बुलेंस आ गई, तो उन्हें बैठाकर अस्पताल भेज दिया। वो (पंत) खून से लथपथ था और लंगड़ाकर चल रहा था। हमनें वीडियो नहीं बनाया बल्कि उसकी जान बचाना जरूरी समझा।’