गायों के लिए बनाए जा रहे मुक्ति धाम, पारंपरिक तरीके से किया जाएगा अंतिम संस्कार, यहां की सरकार ने उठाया ऐसा कदम

Cows will be cremated in traditional way in Jharkhand : पलामू जिले के नावा बाजार प्रखंड में गो वंशो का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

  •  
  • Publish Date - January 30, 2023 / 12:38 PM IST,
    Updated On - January 30, 2023 / 12:38 PM IST

Cows will be cremated in traditional way in Jharkhand : रांची। हमारे हिंदू ग्रंथों में गाय को माता का दर्जा दिया गया है। यहां तक की गाय का पूजा जाता है। कोई भी शुभ कार्य के उपरांत गाय की भी पूजा की जाती है। देश की राजनीति में भी गाय एक मुद्दा बनी हुई है। कई हिंदू संगठन जोरसोर से मांग कर रहे है कि गाय को देश का राष्ट्र पशु घोषित किया जाना चाहिए। साथ ही गायों के सरंक्षण के लिए योजना लागू होनी चाहिए। किसान और आमजन के सामने संकट यह होता है कि किसी पशु की मौत हो जाये तो अवशेष का निस्तारण कहां हो। इसी को लेकर अब बड़ा कदम उठाया गया है।

read more : ‘मोदी सरकार 2.0’ के आखिरी बजट में ग्रामीण विकास पर रहेगा फोकस, रोजगार और घरों के लिए भी मिल सकता है 50% का लाभ 

Cows will be cremated in traditional way in Jharkhand : झारखंड में गो मुक्ति धाम बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। राज्य कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा है कि पलामू जिले के नावा बाजार प्रखंड में गो वंशो का अंतिम संस्कार किया जाएगा। यह राज्य का पहला गो मुक्ति धाम होगा। कृषि मंत्री ने कहा कि धर्म की आस्था का सम्मान करते हुए यह निर्णय लिया गया है।

read more : A family tragedy: तीन बेटियों के बाद इंतज़ार था बेटे का, पर पैदा होने के घंटे भर बाद पिता ही छोड़ गया दुनिया

झारखंड में गौ मुक्ति धाम बनाने की शुरुआत

झारखंड में गौ मुक्ति धाम बनाने की शुरुआत कर दी गई है। राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि राज्य के सभी ब्लॉक में इस तरह के गो मुक्ति धाम बनाये जाएंगे। सीनियर अधिकारियों ने जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है। सभी जिले के उपायुक्तों को जमीन चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं।

read more : धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पास नहीं है कोई अलौकिक शक्ति, देश के नामी जादूगर ने ऐसा कहते हुए बाबा को दी चुनौती

प्रदेश में बनेगी पशुपालन यूनिवर्सिटी

झारखंड में पशु पालन यूनिवर्सिटी बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। राज्य सरकार 100 से अधिक पशु अस्पतालों को अपग्रेड करने की प्लानिंग कर रही है। कुछ बड़े पशु अस्पताल भी राज्य में बनाये जाएंगे। इसके अलावा पशुपालन के क्षेत्र में बेहतर चिकित्सक तैयार हो सकें। उसके लिए पशुपालन यूनिवर्सिटी बनाने का खाका भी तैयार कर लिया गया है।

 

और भी लेटेस्ट और बड़ी खबरों के लिए यहां पर क्लिक करें