मुंबई: कोरोनावायरस को लेकर भारत सहित दुनिया के कई देशों में हड़कंप मच हुआ है। कोरोना वायरस से अब तक दुनिया में 8160 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही 203,562 लोग अभी भी प्रभावित हैं। बात भारत की करें तो यहां अब तक कोरोना वायरस प्रभावित 152 लोग पाए गए हैं, जिनमें से 3 की मौत हो चुकी और 135 लोगों का उपचार अभी भी जारी है। इसी बीच महाराष्ट्र सरकार ने कोरोनावायरस से बचाव को लेकर ऐसा आदेश जारी किया, जिसे लेकर पूरे प्रदेश में चर्चा हो रही है। दरअसल सरकार ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों की जांच पर रोक लगा दी है।
मिली जानकारी के अनुसार कोरोनावायरस की रोगथाम के लिए सरकार ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि हमने ब्रेथ-एनालाइजर उपकरण के इस्तेमाल को फिलहाल स्थगित करने का फैसला लिया गया है। गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों की जांच के लिए उपयोग की जाने वाली ब्रेथ-एनालाइजर उपकरण को का उपयोग किया जाता है। जांच के लिए ब्रेथ-एनालाइजर उपकरण को मोटर चालकों के मुंह में रखना होता है, जिससे कोरोनावायरस फैलने का खतरा रहता है। इसलिए सरकार ने फिलहाल जांच पर रोक लगाने का फैसला लिया है। पुलिस कर्मियों द्वारा वाहनों की नियमित जांच जारी रहेगी।
सरकार की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया, “राज्य में कोरोनावायरस का प्रकोप बताया गया है। वायरस के प्रसार को रोकने के लिए, पुलिस कर्मियों को उसके मुताबिक एहतियाती उपाय करने की जरूरत है। इसलिए, सभी पुलिस इकाइयों में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को मोटर चालकों द्वारा शराब की जांच के लिए ब्रेथ-एनालाइजर परीक्षण नहीं करना चाहिए।”
इससे पहले नागपुर कलेक्टर ने रविंद्र ठाकरे ने 31 मार्च तक शराब की दुकानें, रेस्तरां और पान की दुकानों को बंद करने का आदेश जारी किया है। बताया जा रहा है कि कलेक्टर रविंद्र ठाकरे ने कोरोना से बचाव के लिए ऐसा फैसला लिया है।