Publish Date - April 16, 2022 / 06:41 PM IST,
Updated On - November 29, 2022 / 08:45 PM IST
नयी दिल्ली: History of April 17 हर दिन कोरोना के डर के साए में जीती दुनिया में दो बरस पहले इन्हीं दिनों में कोरोना ने अपने पांव पसारना शुरू किया था और धीरे धीरे विकराल रूप धारण करता गया। भारत में 17 अप्रैल 2020 को देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 14,000 के करीब पहुंच गए थे और गुजरात ऐसा छठा राज्य बन गया, जहां एक हजार से अधिक मामले पाये गए। यह सिलसिला हर गुजरते दिन के साथ बढ़ता रहा।
History of April 17 पिछले बरस की बात करें तो 17 अप्रैल 2021 को लगातार तीसरे दिन देश में कोविड संक्रमण के दो लाख से अधिक मामले सामने आए थे। ऑक्सीजन और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण देशभर में हाहाकार मचा हुआ था और हर तरफ सिर्फ मौत और तबाही का मंजर था। देश में कोविड-19 रोगियों की संख्या 1.50 करोड़ और मृतकों की संख्या 1.75 लाख के करीब पहुंच गई।
इस तारीख से जुड़ी अन्य घटनाओं की बात करें तो इंडोनेशिया के इतिहास में 17 अप्रैल के दिन को किसी बुरे सपने की तरह याद किया जाता है। 1815 में 17 अप्रैल के दिन वहां का तमबोरा ज्वालामुखी धमाके के साथ फट गया। देश के सुमबवा द्वीप पर स्थित यह ज्वालामुखी सैकड़ों साल से शांत पड़ा था, लेकिन पांच अप्रैल को इसमें अचानक से कंपन होने लगा और 17 अप्रैल को इसमें भयंकर विस्फोट हुआ। घटना में करीब एक लाख लोग मारे गए।