इडुक्की/तिरुवनंतपुरम, 20 दिसंबर (भाषा) केरल के इडुक्की जिले के कट्टाप्पना में एक छोटे व्यापारी ने शुक्रवार को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। व्यापारी ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) द्वारा नियंत्रित सहकारी बैंक में जमा कराए गए पैसे वापस नहीं मिलने के कारण यह कदम उठाया।
इस घटना के बाद कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और व्यापारी की मौत के लिए वामपंथी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया।
साबू नामक व्यापारी का शव सुबह कट्टाप्पना ग्रामीण विकास सहकारी समिति बैंक के बाहर सीढ़ियों पर लटका मिला। इसके बाद कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने कई घंटों तक विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस को शव को घटनास्थल से हटाने की अनुमति नहीं दी।
कट्टाप्पना पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि दोपहर बाद प्रदर्शन समाप्त हो गया और उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया।
प्रदर्शनकारियों ने टीवी चैनलों को बताया कि साबू ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि बैंक ने उसके द्वारा जमा कराए गए 25 लाख रुपये उसे नहीं दिए।
उन्होंने बताया कि साबू को अपनी पत्नी के इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी, जो अस्पताल में भर्ती है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने तिरुवनंतपुरम में संवाददाताओं से कहा कि साबू सहकारी क्षेत्र में माकपा द्वारा कथित तौर पर की जा रही ‘लूट’ का नवीनतम ‘शिकार’ है।
सतीशन ने दावा किया कि व्यापारी के सुसाइड नोट में कहा गया है कि बैंक सचिव और दो अन्य कर्मचारी उसकी मौत के लिए जिम्मेदार हैं, क्योंकि जब भी वह अपने पैसे मांगने गया तो उन्होंने उसका अपमान किया।
पुलिस ने कहा कि उसने इस घटना के सिलसिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर लिया है तथा जांच आगे बढ़ने पर आगे दंडात्मक प्रावधान जोड़े जाएंगे।
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