पलक्कड़ (केरल), 27 अक्टूबर (भाषा) केरल की पलक्कड़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के मुरलीधरन को उम्मीदवार के रूप में नामित करने को लेकर पलक्कड़ जिला कांग्रेस कमेटी (पीडीसीसी) द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को कथित तौर पर लिखे गए एक पत्र से प्रदेश में विवाद शुरू हो गया है।
पार्टी ने इस महत्वपूर्ण चुनाव के लिए प्रचार अभियान तेज कर दिया है।
सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने रविवार को दावा किया कि इस पत्र के सामने आने से पलक्कड़ सीट पर युवा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ममकूटाथिल की उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस पार्टी के भीतर मतभेद का पता चलता है।
माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता वीडी सतीशन और लोकसभा सांसद शफी परमबिल की ‘विशेष सिफारिश’ के बाद ममकूटाथिल को पलक्कड़ सीट पर उपचुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया गया है।
उन्होंने त्रिशूर में संवाददाताओं से कहा कि अब यह बात सामने आई है कि कांग्रेस जिला नेतृत्व ने सर्वसम्मति से पूर्व सांसद के. मुरलीधरन का नाम उम्मीदवार के रूप में सुझाया है।
उन्होंने दावा किया, “हालांकि, सतीशन और शफी ने पीडीसीसी को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया। इससे कांग्रेस के भीतर एक बड़ा विवाद और बहस छिड़ गई है।”
उन्होंने संकेत दिया कि 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में स्थिति वाम मोर्चे के लिए अनुकूल हो सकती है। पीडीसीसी अध्यक्ष ए. थंकप्पन द्वारा कथित रूप से लिखे गए दो पन्नों के पत्र का एक हिस्सा शनिवार को सामने आने के बाद एक नया विवाद खड़ा हो गया।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और दीपा दास मुंशी, केपीसीसी (केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी) अध्यक्ष के सुधाकरन और सतीसन को लिखे पत्र में कथित तौर पर कहा गया कि उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए मुरलीधरन को पलक्कड़ से चुनाव लड़ना चाहिए।
पलक्कड़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव लोकसभा चुनाव 2024 में वडकारा निर्वाचन क्षेत्र से शफी परम्बिल के निर्वाचित होने के बाद जरूरी हो गया था।
शफी पलक्कड़ सीट से कांग्रेस विधायक थे।
भाषा जितेंद्र रंजन
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