नई दिल्ली: Controversy on PM Modi Statement लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर दिन ब दिन सियासी गलियारों में पारा हाई होता जा रहा है। वहीं, नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर भी चरम पर है। चुनाव मैदान में सियासी बयानबाजी के इस दौर में पीएम मोदी ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ऐसा बयान दे दिया है कि बवाल मच गया है। वहीं, पीएम मोदी के इस बयान पर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने पीएम मोदी पर करारा प्रहार किया है। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को माफी मांगने की नसीहत दी है।
Controversy on PM Modi Statement दरअसल रविवार को बांसवाड़ा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मुसलमानों की ओर इशारा करते हुए आगे कहा कि आम आदमी की संपत्ति जब्त करने के बाद इसे अधिक बच्चों वाले लोगों में बांट दिया जाएगा। “पहले, जब उनकी सरकार सत्ता में थी, तो उन्होंने कहा कि मुसलमानों के पास देशों की संपत्ति का पहला स्वामित्व है। इसका मतलब यह है कि वे सभी की संपत्ति इकट्ठा करके उन लोगों को बांट देंगे जिनके ज्यादा बच्चे हैं। वे इसे घुसपैठियों को बांट देंगे…क्या आपकी मेहनत की कमाई घुसपैठियों के पास जानी चाहिए? क्या आप इससे सहमत हैं?…माताओं और बहनों, शहरी नक्सलियों की यह विचारधारा आपके मंगलसुता को भी आपके पास नहीं छोड़ेगी,” उन्होंने कहा।
वहीं, पीएम मोदी के इस बयान पर पलटवार करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा है कि पीएम मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए, उन्होंने मुसलमानों के खिलाफ जो बयान दिया है, वैसा तो उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भी नहीं सिखाया होगा। मोहन भागवत क्यों चुप हैं? हम आरएसएस का विरोध करते हैं और करते रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि मगर हम मानते हैं कि ये बातें आरएसएस ने मोदी को सिखाई नहीं होगी, ये आरएसएस की भी संस्कृति नहीं है। पीएम के संस्कार हमारी सभ्यता के संस्कार से जुड़े होने चाहिए। सिब्बल ने कहा कि हम प्रधानमंत्री के पद की इज्जत करते हैं लेकिन जब पीएम इज्जत के लायक न रहे तो जो भी बुद्धिजीवी लोग हैं, उन्हें पीएम के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। क्या मोदी देश से ऊपर हो गए?
सिब्बल ने कहा, ‘पीएम मोदी ये बयान देते हैं कि महिलाओं के गहने कांग्रेस पार्टी को घुसपैठियों को दे देगी, क्या 20 करोड़ लोग देश के लिए मायने नहीं रखते। क्या उनकी आकांक्षाएं नहीं हैं? राजनीति में ऐसी गिरावट हिंदुस्तान की सियासत में न कभी हुआ है और न मैं चाहता हूं कभी हो। मगर एक सवाल मैं और पूछना चाहता हूं चुनाव आयोग से, उन्होंने कोई कदम क्यों नहीं उठाया? ये जो भाषण है, इसकी चुनाव आयोग को निंदा करनी चाहिए। मोदी जी को नोटिस देना चाहिए, चैनल्स को आदेश देना चाहिए कि इस भाषण को दोहराया नहीं जाए।’
कपिल सिब्बल ने आगे कहा, ‘चुनाव आयोग को पैनल कोर्ट की धारा 153 ए में मुकदमा दर्ज करना चाहिए क्योंकि चुनाव आयोग ये न भूल जाए कि उसने संविधान की शपथ ली है। अगर वो उस शपथ का उल्लंघधन करेंगे और भेदभाव के साथ ऐसे भाषणों का साथ देंगे तो यह सही नहीं है।’ वहीं, मनमोहन सिंह वाले बयान पर सिब्बल ने कहा कि मनमोहन सिंह ने कभी नहीं कहा कि देश की संपत्तियों को आतंकवादियों को दे देंगे। कभी नहीं कहा कि पैसे ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों को देंगे। पीएम पर निशाना साधते हुए सिब्बल ने कहा कि अगर आपको मंदिर मस्जिद से ही लगाव है तो आपको इस पद पर रहने का हक नहीं है। अगर राम की बात करते है तो रावण जैसे काम नहीं होने चाहिए। पीएम को देश से माफी मांगनी चाहिए।
#WATCH | Rajya Sabha MP Kapil Sibal says, “Recently, PM Modi gave a speech, it seems that the first phase of elections have not been in their favour. After that speech, I feel that a lot of people would be disappointed…Which indicates that minorities living here are intruders.… pic.twitter.com/3ppWPdpSsj
— ANI (@ANI) April 22, 2024