हरिद्वार, 28 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद गिरी ने बृहस्पतिवार को बांग्लादेश में चल रहे जघन्य हिन्दू नरसंहार पर तीव्र आक्रोश व्यक्त करते हुए भारत के हिदुओं से पड़ोसी देश के हिंदुओं की दुदर्शा से सबक लेने का आह्वान किया।
नरसिंहानंद ने कहा कि इस मुद्दे को उठाने के लिए जूना अखाड़े द्वारा यहां आनंद भैरव मंदिर में 19 से 21 दिसंबर तक तीन दिवसीय ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया जा रहा है ।
उन्होंने उन सभी हिंदुओं से इस आयोजन में भाग लेने की अपील की जो अपनी भावी पीढ़ियों को ‘इस्लामिक जिहादियों का चारा बनते’ नहीं देखना चाहते।
जूना अखाड़े के कोठारी श्रीमहंत महाकाल गिरी तथा अन्य संतों के साथ एक वीडियो जारी करते हुए नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि बांग्लादेश में सेना और पुलिस के साथ मिलकर मुस्लिम समुदाय हिन्दुओं का भीषण नरसंहार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘इस्कॉन के निरपराध चिन्मय दास प्रभु को जेल में डाल कर बांग्लादेश की सरकार ने सम्पूर्ण विश्व के हिन्दुओ को उनकी औकात दिखाई है। अगर ऐसा किसी देश ने किसी यहूदी के साथ किया होता तो इजरायल उस देश पर अब तक आक्रमण कर चुका होता और उस यहूदी को बचा कर ले गया होता। अगर हम हिन्दुओ के पास भी अपना कोई राष्ट्र होता तो पाकिस्तान और बांग्लादेश सहित किसी भी देश मे हिन्दुओ की दुर्गति न हुई होती।’
उन्होंने कहा, ‘हमने असीमित साधन और बलिदान से श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर बनाया परंतु यह मंदिर मुस्लिम जिहादियों की भीड़ द्वारा उसी दिन तोड़ दिया जाएगा, जिस दिन भारत का प्रधानमंत्री कोई मुसलमान बनेगा।’
नरसिंहानंद के खिलाफ नफरती भाषण के लिए पूर्व में भी मुकदमा दर्ज किया गया था ।
भाषा सं दीप्ति रंजन
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