कांग्रेस विधायक मेवाणी ने ‘असभ्य व्यवहार’ के लिए आईपीएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

कांग्रेस विधायक मेवाणी ने ‘असभ्य व्यवहार’ के लिए आईपीएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

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  • Publish Date - October 16, 2024 / 03:55 PM IST,
    Updated On - October 16, 2024 / 03:55 PM IST

अहमदाबाद, 16 अक्टूबर (भाषा) गुजरात में कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने दावा किया कि जब वह एक बैठक के लिए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी राजकुमार पांडियन के कार्यालय गए थे तो उनके साथ ‘‘असभ्य और अहंकारी तरीके’’ से व्यवहार किया गया। उन्होंने पुलिस अधिकारी के खिलाफ ‘‘विशेषाधिकार हनन’’ के लिए कार्रवाई किये जाने की मांग की।

गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को मंगलवार को सौंपे गए एक पत्र में मेवाणी ने आरोप लगाया कि राज्य में दलितों से संबंधित कुछ मुद्दों को लेकर जब वह गांधीनगर में राज्य के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) पांडियन से मिलने उनके कार्यालय गए थे तो उन्होंने उनका अपमान किया।

वडगाम विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले मेवाणी के अनुसार वह कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष हितेंद्र पिथाडिया के साथ मंगलवार को राज्य में दलित समुदाय से जुड़े कुछ मुद्दों पर बातचीत के लिए पांडियन से मिलने गए थे।

उन्होंने दावा किया कि कक्ष में प्रवेश करने के तुरंत बाद, पांडियन ने कथित तौर पर उनसे अपने मोबाइल फोन कक्ष के बाहर रखने को कहा।

आईपीएस अधिकारी की इस बात से नाखुश मेवाणी ने यह जानना चाहा कि पांडियन किस नियम या कानून के तहत उनसे मोबाइल फोन कक्ष के बाहर रखने को कह रहे हैं।

पत्र में कहा गया है, ‘‘इसके बाद पांडियन भड़क गए और उन्होंने यह दावा करते हुए कि वे (मेवाणी और पिथाडिया) फोन से बातचीत रिकॉर्ड कर रहे होंगे, अपने कर्मचारियों से मोबाइल फोन ले जाने को कहा। मैंने उनसे कहा कि हम अपने मोबाइल फोन बाहर रखने के लिए तैयार हैं, लेकिन एक विधायक के साथ ऐसा व्यवहार उचित नहीं है।’’

पत्र में कहा गया कि मेवाणी ने पांडियन से कहा कि एक लिखित प्रोटोकॉल है, जिसके अनुसार अधिकारियों को सांसदों और विधायकों के साथ सम्मानजनक तरीके से बात करनी चाहिए और जब निर्वाचित प्रतिनिधि कक्ष में प्रवेश करते हैं तो उन्हें अपनी सीट से उठ जाना चाहिए।

पत्र में कहा गया है कि यह सुनते ही पांडियन ने दोनों कांग्रेस नेताओं को बैठक खत्म होने की बात कहते हुए कक्ष से बाहर जाने को कहा।

मेवाणी ने अपने पत्र में दावा किया कि प्रोटोकॉल के बारे में याद दिलाने के बावजूद पांडियन ने अपने कर्मचारियों की मौजूदगी में दोनों कांग्रेस नेताओं का कथित तौर पर अपमान किया और यहां तक ​​कि मेवाणी के कपड़ों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘‘आप विधायक होने के बावजूद टी-शर्ट क्यों पहने हुए हैं?’’

कांग्रेस की प्रदेश इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष मेवाणी ने कहा कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने ‘‘अपने असभ्य और अहंकारी व्यवहार से उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई है, जो एक सरकारी कर्मचारी को शोभा नहीं देता।’’

विधानसभा अध्यक्ष से अपील करते हुए मेवाणी ने पत्र में कहा, ‘‘मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि इस अहंकारी अधिकारी के खिलाफ मेरे लिखित अनुरोध पर विचार करें और विशेषाधिकार हनन के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करें।’’

विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय ने मेवाणी की मांग पर अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है।

विधानसभा सचिव सी.बी. पांड्या ने कहा, ‘‘यह अध्यक्ष के अधिकार क्षेत्र में आता है। अगर इस संबंध में कोई निर्णय लिया जाता है तो हम आपको बताएंगे।’’

भाषा

खारी देवेंद्र

देवेंद्र