नयी दिल्ली, 27 जून (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के नेताओं के साथ इस केंद्र शासित प्रदेश में संगठन की स्थिति और चुनावी रणनीति पर चर्चा की।
जम्मू-कश्मीर में अगले कुछ महीनों के भीतर विधानसभा चुनाव संभव है क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने इस साल 30 सितंबर तक चुनाव कराने का निर्देश पिछले साल दिसंबर में दिया था।
कांग्रेस मुख्यालय में हुई बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वकार रसूल वानी, प्रदेश प्रभारी भरत सिंह सोलंकी और कई अन्य नेता शामिल हुए।
बैठक के बाद खरगे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों ने जम्मू कश्मीर में शांति और सामान्य स्थिति की वापसी के भाजपाई बड़बोलेपन और खोखले दावों की पूरी तरह से पोल खोल दी है।
उन्होंने कहा, ‘सरकार ने जम्मू कश्मीर में पंचायत चुनाव करवाए थे। हमने वहां पहली बार रेल लाइन बिछाकर ट्रेन चलाई। बड़े-बड़े बांध बनवाये। हमने युवाओं के कौशल विकास के लिए “हिमायत” व “उड़ान” नामक योजना चालू की थी। इन योजनाओं की वजह से हज़ारों युवाओं को रोजगार प्राप्त हुआ है। आज जम्मू कश्मीर के लोग फिर से कांग्रेस की ओर देख रहें हैं।’
उन्होंने दावा किया कि जम्मू- कश्मीर के लोग चाहते हैं कि एक कल्याणकारी व संवेदनशील सरकार आए, जो उनके दुःखों पर मरहम लगाने का काम करे, जो भविष्य की ओर देखे।
खरगे ने कहा, ‘मैं चाहूंगा कि हम सभी लोगों के अरमानों पर खरे उतरने के लिए मन लगाकर मेहनत करें, जनता की लगातार आवाज उठायें, जनता के बीच रहें। इन्हीं विषयों को लेकर आज हमने जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं से बातचीत की है।’
भाषा हक पवनेश प्रशांत
प्रशांत