कांग्रेस नेत्री ने मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति की तारीफ कर राहुल गांधी से मांगी माफी, कहा- Sorry मैं रोबोट नहीं…

कांग्रेस नेत्री ने मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति की तारीफ कर राहुल गांधी से मांगी माफी, कहा- Sorry मैं रोबोट नहीं...

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  • Publish Date - July 30, 2020 / 04:34 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:41 PM IST

नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने बुधवार को बड़ा फैसला लेते हुए एचआरडी मिनिष्ट्री का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया है। वहीं, सरकार ने 34 साल पुरानी शिक्ष नीति में बदलाव करते हुए नई शिक्षा नीति का भी ऐलान किया है। मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति का देशभर में तारीफ हो रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेत्री और अभिनेत्री खुशबू सुंदर ने भी नई शिक्षा नीति का स्वागत किया है। लेकिन इसके बाद ही उन्होंने राहुल गांधी से माफी मांगी है।

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खुशबू सुंदर ने ट्वीट कर कहा है कि नई शिक्षा नीति 2020 पर मेरा स्टैंड मेरी पार्टी से अलग है और मैं इसके लिए राहुल गांधी से माफी मांगती हूं। लेकिन मैं कठपुतली या रोबोट की तरह सिर हिलाने के बजाए तथ्यों पर बात करती हूं। अपने नेता से हम हर चीज पर सहमत नहीं हो सकते, लेकिन बतौर नागरिक बहादुरी से अपनी राय या विचार रख सकते हैं।

My stand on #NEP2020 differs from my party n I apologize to @RahulGandhi ji for that, but I rather speak the fact than be a head nodding robot or a puppet. Everything is n cannot be about agreeing to ur leader, but about being courages to voice ur opinion bravely as a citizen ..

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उन्होंने अपने अगले ट्वीट में कहा कि राजनीति महज शोर मचाने के लिए नहीं है, इसके बारे में मिलकर साथ काम करना है और भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री कार्यालय को इसे समझना होगा। बतौर विपक्ष, हम इस पर विस्तार से देखेंगे और खामियों को इंगित करेंगे। भारत सरकार को नई शिक्षा नीति से जुड़ी खामियों को लेकर हर किसी को विश्वास में लेना चाहिए? नई शिक्षा नीति के बारे में अपने एक अन्य ट्वीट में खुशबू सुंदर ने कहा है कि मैं सकारात्मक पहलुओं को देखना पसंद करती हूं और नकारात्मक चीजों पर काम करती हूं। हमें समस्याओं के समाधान की पेशकश करनी है न कि केवल आवाजें बुलंद करना। विपक्ष का मतलब देश के भविष्य के लिए काम करना भी है।

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खुशबु सुंदर ने यह भी कहा कि संघ से जुड़े लोग रिलेक्स हो सकते हैं, लेकिन उन्हें आनन्दित नहीं होना चाहिए। मैं बीजेपी में नहीं जा रही हूं। मेरी राय मेरी पार्टी से अलग हो सकती है, लेकिन मैं खुद की सोच के साथ एक व्यक्ति हूं। हां, नई शिक्षी नीति में कुछ जगहों पर खामियां है, लेकिन मुझे अभी भी लगता है कि हम सकारात्मकता के साथ बदलाव को देख सकते हैं।

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