minority condition in bangladesh: कांग्रेस को सताने लगी बांग्लादेशी हिन्दुओं की सुरक्षा.. पीएम मोदी से की सुरक्षा के लिए पड़ोसी सरकार पर दबाव डालने की मांग

Congress is concerned about the safety of Bangladeshi minorities "कांग्रेस बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के सामने आ रहे असुरक्षा के माहौल पर गहरी चिंता व्यक्त करती है। इस्कॉन संत की गिरफ्तारी इसका ताजा उदाहरण है।”

  •  
  • Publish Date - November 27, 2024 / 06:11 PM IST,
    Updated On - November 27, 2024 / 06:11 PM IST

Congress is concerned about the safety of Bangladeshi minorities: नई दिल्ली। कांग्रेस ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए भारत सरकार से इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने की मांग की है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा और उनकी संपत्ति की रक्षा गंभीर मसला बन गया है। वहां हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर भारत को बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाना चाहिए।

Read More: Ravi Kishan on Sambhal Violence: ‘संभल को ना बनाए कश्मीर’, भाजपा सांसद रवि किशन ने मुस्लिम समुदाय के नेताओं से की बड़ी अपील 

Minority condition in bangladesh

उन्होंने कहा “ कांग्रेस बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के सामने आ रहे असुरक्षा के माहौल पर गहरी चिंता व्यक्त करती है। इस्कॉन संत की गिरफ्तारी इसका ताजा उदाहरण है।” प्रवक्ता ने कहा “कांग्रेस को उम्मीद है कि भारत सरकार बांग्लादेश सरकार पर आवश्यक कदम उठाने और अल्पसंख्यकों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दबाव डालेगी।”

विदेश मंत्रालय ने जताई चिंता

Congress is concerned about the safety of Bangladeshi minorities: भारत ने मंगलवार को बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के प्रवक्ता और चटगांव में पुंडरीक धाम के प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी और बाद में उन्हें जमानत न दिए जाने पर ‘गहरी चिंता’ व्यक्त की। दास को सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन घटनाओं के अपराधी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि शांतिपूर्ण सभाओं के माध्यम से वैध मांगें प्रस्तुत करने वाले धार्मिक नेता के खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं।

स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दास को 31 अक्टूबर को दर्ज एक मामले के संबंध में कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष मंगलवार को पेश किया गया। उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई और उन्हें जेल भेज दिया गया। इससे पहले, दास को ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) ने चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस (सीएमपी) को सौंप दिया।

Congress is concerned about the safety of Bangladeshi minorities: भारत सरकार ने मंगलवार (26 अक्टूबर) को इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘हम चिन्मय कृष्ण दास, जो ‘बांग्लादेश सम्मिलित सनातन जागरण जोत’ के प्रवक्ता हैं, की गिरफ्तारी और जमानत न दिए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हैं।

Read Also: BJP will have CM in Maharashtra : बीजेपी के सामने सरेंडर हुए एकनाथ शिंदे..! महायुति सरकार में भाजपा का होगा मुख्यमंत्री, मिल गया शिवसेना का समर्थन

बयान में कहा गया, ‘यह घटना बांग्लादेश में चरमपंथी तत्वों द्वारा हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर किए गए कई हमलों के बाद हुई। अल्पसंख्यकों के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में आगजनी और लूटपाट के साथ-साथ चोरी, तोड़फोड़, देवी-देवताओं और मंदिरों को अपवित्र करने के कई मामले दर्ज किए गए हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन घटनाओं के अपराधी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि शांतिपूर्ण सभाओं के माध्यम से वैध मांगें प्रस्तुत करने वाले धार्मिक नेता के खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं। हम दास की गिरफ्तारी के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर भी चिंता व्यक्त करते हैं।

Congress is concerned about the safety of Bangladeshi minorities: मंत्रालय ने कहा, “हम बांग्लादेश के अधिकारियों से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अपील करते हैं, जिसमें शांतिपूर्ण सभा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उनका अधिकार भी शामिल है।”

उल्लेखनीय है, दास की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई जब मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर बांग्लादेश के हिंदू समुदाय पर अत्याचार करने के कई आरोपों का सामना कर रहे हैं।

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

खबरों के तुरंत अपडेट के लिए IBC24 के Facebook पेज को करें फॉलो