Rajasthan Bharat Jodo Yatra: जयपुर। राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा इस समय मध्यप्रदेश पहुंची हुई है। इसके ठीक बाद यह यात्रा राजस्थान पहुंचने वाली है। भारत जोड़ो यात्रा को लेकर राजधानी जयपुर में 29 नवंबर मंगलवार को कांग्रेस की बैठक हुई। जिसमें कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के साथ सीएम गहलोत भी शामिल हुए। इस मीटिंग में अशोक गहलोत से भी करीब आधे घंटे पहले सचिन पायलट पहुंचे हुए थे। यह गहलोत द्वारा सचिन पायलट को गद्दार कहे जाने के बाद पहला मौका था जब दोनों साथ नजर आए थे।
सीएम गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर राहुल गांधी ने प्रदेश के नेताओं को एसेट कहा है तो वो हैं। उनके अनुयायी भी एसेट हैं। अशोक गहलोत ने कुछ दिनों पहले सचिन पायलट को गद्दार कहा था और इस पर राहुल गांधी ने कोई भी कमेंट करने से इनकार करते हुए गहलोत और पायलट को पार्टी की एसेट बताया था। गहलोत ने कहा कि राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा शानदार निकलेगी।
Rajasthan Bharat Jodo Yatra: मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा को लेकर लोगों में बहुत उत्साह है। जो मुद्दे देशवासियों के दिल में है वही मुद्दे लेकर राहुल गांधी निकले हैं। ये पीएम मोदी और अमित शाह के लिए संदेश है। देश में महंगाई, बेरोजगारी बढ़ रही है, हिंसा हो रही है ये देशहित में नहीं है। हमारा मुख्य मुद्दा चुनाव जीतना है और वो हम जीत के दिखाएंगे। हमारी सोच पॉजिटिव है, हम नेगेटिव नहीं सोचते।
Rajasthan Bharat Jodo Yatra: भारत जोड़ो यात्रा का चार दिसंबर को राजस्थान आना प्रस्तावित है। यात्रा के कार्यक्रम में एक-दो दिन का बदलाव भी हो सकता है। राहुल गांधी की यात्रा को लेकर राजस्थान में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और कांग्रेस ने रूट चार्ट तय कर लिया है।
Rajasthan Bharat Jodo Yatra: दरअसल, सोमवार (28 नवंबर) को अशोक गहलोत और सचिन पायलट की अनबन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि दोनों नेता कांग्रेस के लिए बेहद जरूरी हैं, दोनों ही पार्टी की संपत्ति हैं। उन्होंने ये भी दावा किया था कि इस विवाद का राजस्थान में उनकी यात्रा पर कोई असर नहीं होगा और यात्रा सफल रहेगी।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच काफी समय से सीएम पद को लेकर गतिरोध चल रहा है। बीते गुरुवार को सीएम अशोक गहलोत के एक बयान ने इस विवाद और भड़काने का काम किया था।
Rajasthan Bharat Jodo Yatra: मुख्यमंत्री ने सचिन पायलट को गद्दार करार देते हुए कहा था कि एक गद्दार मुख्यमंत्री नहीं बन सकता है। उन्होंने विद्रोह करके पार्टी को धोखा दिया, वे गद्दार हैं। इस पर सचिन पायलट ने भी पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री को ऐसे बयान देने से बचने की नसीहत दी थी। पायलट ने कहा था कि अशोक गहलोत काफी अनुभवी हैं उन्हें इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना नहीं करना चाहिए।