कांग्रेस ने उस ब्रिटिश साम्राज्य से लड़ाई लड़ी जिसकी तुलना में भाजपा-आरएसएस मजाक हैं: राहुल

कांग्रेस ने उस ब्रिटिश साम्राज्य से लड़ाई लड़ी जिसकी तुलना में भाजपा-आरएसएस मजाक हैं: राहुल

कांग्रेस ने उस ब्रिटिश साम्राज्य से लड़ाई लड़ी जिसकी तुलना में भाजपा-आरएसएस मजाक हैं: राहुल
Modified Date: March 27, 2025 / 11:24 pm IST
Published Date: March 27, 2025 11:24 pm IST

नयी दिल्ली, 27 मार्च (भाषा) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को पार्टी के जिला इकाई प्रमुखों की बैठक में कहा कि वर्तमान समय में एक कठिन वैचारिक लड़ाई चल रही है, लेकिन उन्हें यह पता होना चाहिए कि कांग्रेस ने उस ब्रिटिश साम्राज्य से लड़ाई लड़ी थी, जिसकी तुलना में भाजपा और आरएसएस एक ‘मजाक’ हैं।

उन्होंने जिला कांग्रेस अध्यक्षों की तीन निर्धारित बैठकों में से पहली बैठक में इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस की बुनियाद को मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।

अगली दो बैठकों का आयोजन तीन और चार अप्रैल को होगा।

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बैठक में उन्होंने कहा, ‘भारत के दो दृष्टिकोण हैं, भारत की दो अवधारणाएं हैं। एक तरफ आरएसएस की अवधारणा है – तानाशाही, पदानुक्रम, पिछड़ी जाति का दमन, कमजोर वर्गों का दमन, महिलाओं का दमन, महिलाओं का अपमान और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है, जिसने हमें आजादी दी, जो सभी के साथ समान व्यवहार करती है।’

बैठक के बाद अपने व्हाट्सएप चैनल पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘उनके बिना, पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती, सफल नहीं हो सकती। हमारी लड़ाई सिर्फ आरएसएस-भाजपा के खिलाफ नहीं है, यह एक ऐसे भारत के लिए है जहां हर नागरिक, हर समुदाय को सपने देखने और हासिल करने का अधिकार है। साथ मिलकर, हम एक मजबूत कांग्रेस और एक निष्पक्ष भारत का निर्माण करेंगे।’

अपने व्हाट्सएप चैनल पर साझा किए गए बैठक के एक वीडियो में, गांधी को यह कहते हुए सुना जाता है कि कांग्रेस एक वैचारिक लड़ाई लड़ रही है।

गांधी ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा सभी जातियों, सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार करती है और भारत को एक निष्पक्ष और सामंजस्यपूर्ण स्थान बनाने की आकांक्षा रखती है।

उन्होंने दावा किया, ‘आप जानते हैं कि भाजपा कितना विभाजन पैदा कर रही है। आप देख सकते हैं कि दो या तीन व्यवसायी ऐसे काम कर रहे हैं जैसे ईस्ट इंडिया कंपनी काम करती थी। उनके पास सब कुछ है, वे मीडिया के मालिक हैं, उनके पास दूरसंचार बुनियादी ढांचे का स्वामित्व है। वे जो चाहते हैं उन्हें मिलता है, उन्हें जमीन मिलती है, अगर वे बंदरगाह चाहते हैं, तो उन्हें बंदरगाह मिलते हैं, अगर वे रक्षा अनुबंध चाहते हैं, तो उन्हें रक्षा अनुबंध मिलते हैं।’

गांधी ने कहा कि यह वह भारत नहीं है जिसे कांग्रेस बनाना चाहती थी।

उन्होंने कहा कि पार्टी का इरादा एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जहां हर कोई आगे बढ़ने की आकांक्षा कर सके और हर कोई सपना देख सके।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यह एक लड़ाई है। यह एक कठिन लड़ाई है, लेकिन हमने पहले भी बहुत अधिक कठिन लड़ाई लड़ी है। अगर आपको याद हो तो हमने ब्रिटिश साम्राज्य से लड़ाई लड़ी थी और आरएसएस तथा भाजपा ब्रिटिश साम्राज्य के सामने एक मजाक हैं।’

भाषा हक देवेंद्र

देवेंद्र


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