कांग्रेस का दावा, असम में प्रदर्शन के दौरान ‘आंसू गैस के धुएं’ से पार्टी कार्यकर्ता की मौत

कांग्रेस का दावा, असम में प्रदर्शन के दौरान ‘आंसू गैस के धुएं’ से पार्टी कार्यकर्ता की मौत

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  • Publish Date - December 18, 2024 / 09:45 PM IST,
    Updated On - December 18, 2024 / 09:45 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

गुवाहाटी, 18 दिसंबर (भाषा) असम के गुवाहाटी शहर में मणिपुर हिंसा और अदाणी समूह के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों सहित विभिन्न मुद्दों पर बुधवार को एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर ‘आंसू गैस के गोले के धुएं’ से एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। पार्टी ने यह दावा किया।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हालांकि कहा कि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा और उन्होंने इस बात से इनकार किया कि घटना में कोई घायल हुआ है।

पुलिस और कांग्रेस समर्थकों के बीच झड़प हुई, जिसमें असम कांग्रेस प्रमुख भूपेन कुमार बोरा और राज्यसभा के पूर्व सदस्य रिपुन बोरा जमीन पर गिर गए और उन्हें हिरासत में ले लिया गया। उन्हें बाद में रिहा कर दिया गया।

कांग्रेस प्रवक्ता बेदब्रत बोरा ने दावा किया कि कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के सदस्य एम. इस्लाम को उस समय घुटन महसूस हुई जब आंसू गैस का एक गोला उनके पास गिरा।

उन्होंने कहा, “उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल और फिर गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) ले जाया गया। वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।”

जीएमसीएच का दौरा करने के बाद, गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त दिगंत बराह ने कहा, “आंसू गैस के गोले नहीं दागे गए। पुलिस ने सड़क पर केवल तीन गोले दागे ताकि धुआं निकल जाए और लोग तितर-बितर हो जाएं।”

कांग्रेस प्रवक्ता बोरा ने बताया कि वरिष्ठ पत्रकार अमरेंद्र डेका समेत कई मीडियाकर्मी घायल हो गए हैं और उनका जीएमसीएच में इलाज किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, “करीब 10 लोग घायल हुए हैं और उनका जीएमसीएच में इलाज किया जा रहा है। अपने राजनीतिक जीवन में मैंने कभी एक लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए इतनी बड़ी और निर्दयी पुलिस उपस्थिति नहीं देखी। यह केवल एक ज्ञापन सौंपने जा रहा था।”

स्थानीय मीडिया चैनलों पर दिखाए गए दृश्यों के अनुसार, कांग्रेस प्रमुख और कुछ प्रदर्शनकारी जब बैरिकेड पार करने की कोशिश कर रहे थे तब पुलिस ने उन्हें पीछे की ओर धक्का दिया।

पुलिस आयुक्त ने कहा कि कांग्रेस ने ‘राजभवन घेराव’ प्रदर्शन के लिए अनुमति भी नहीं ली थी, जिसमें 1,000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया था।

बराह ने कहा, “हमने पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया था और तीन बैरिकेड लगाए थे। प्रदर्शनकारियों ने दो बैरिकेड तोड़ दिए और तीसरे पर चले गए। कोई लाठीचार्ज या बल प्रयोग नहीं किया गया।”

उन्होंने दावा किया कि शव की मजिस्ट्रेट जांच की गई थी जिसमें कोई बाहरी चोट नहीं पाई गई और ‘पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण का पता चलेगा।’’

कांग्रेस ने मंगलवार को गुवाहाटी पुलिस आयुक्त को विरोध कार्यक्रम के बारे में औपचारिक रूप से सूचित किया था और पत्र उनके कार्यालय को विधिवत प्राप्त हो गया था। हस्ताक्षरित रसीद की एक प्रति ‘पीटीआई-भाषा’ के पास है।

इस बीच, कांग्रेस ने ‘अत्यधिक आंसू गैस के इस्तेमाल’ के कारण इस्लाम की मौत के खिलाफ लतासिल थाने में शिकायत दर्ज कराई और घटना की गहन जांच की मांग की है।

भाषा नोमान प्रशांत

प्रशांत