बेंगलुरु, 22 नवंबर (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह अरबपति उद्योगपति गौतम अदाणी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करे। रिश्वतखोरी के एक मामले में अमेरिका में उन पर लगे आरोपों के बाद यह मांग की गयी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार पर अदाणी को बचाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस आगामी संसद सत्र के दौरान इस मुद्दे को उठाएगी और आरोपों की जांच की मांग करेगी।
खरगे ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हम संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे और जांच की मांग करेंगे। चूंकि वह (अदाणी) भारत में हैं, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सरकार को सब पता है, इसलिए उसे भ्रष्टाचार के मामलों में उनके खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।”
अमेरिकी अभियोजकों ने अदाणी पर सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को लगभग 2,200 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की एक व्यापक साजिश का कथित रूप से हिस्सा होने का आरोप लगाया है।
भारत के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति अदाणी और उनके भतीजे सागर सहित सात अन्य लोगों पर अमेरिकी न्याय विभाग ने महंगी सौर ऊर्जा खरीदने के लिए आंध्र प्रदेश और ओडिशा की राज्य सरकारों के अज्ञात अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप लगाया है, जिससे 20 वर्षों में दो अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का लाभ कमाया जा सकता है।
अदाणी समूह ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए उन्हें “निराधार” बताया है।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच-छह वर्षों से कांग्रेस इस मुद्दे को बार-बार उठाती रही है। उन्होंने कहा, “वे (अदाणी और कंपनी) भ्रष्टाचार के मामलों में संलिप्त हैं। लेकिन मोदी उनके खिलाफ कुछ भी नहीं बोलते। गृह मंत्री अमित शाह के पास ईडी, सीबीआई है। इतनी सारी एजेंसियां होने के बावजूद कोई जांच क्यों नहीं हो रही है? पिछली बार जब हमने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद इस मुद्दे को उठाया था, तो उन्होंने इसे खारिज कर दिया था, कहा था कि यह विदेशी चीज है, यह झूठ है।”
पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस अदाणी के खिलाफ बातें कहती रही है और आगे भी कहती रहेगी।
उन्होंने कहा, “लेकिन विदेशों से भी भ्रष्टाचार के आरोप आ रहे हैं, वे (अमेरिका) स्पष्ट रूप से यह कह रहे हैं। यदि आरोप झूठे हैं, तो उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज करें। आप हम पर (कांग्रेस पर) राजनीतिक रूप से आरोप लगाने का आरोप लगा सकते हैं, लेकिन हर कोई यह कह रहा है – हिंडनबर्ग, अमेरिका…।”
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की चिंता यह है कि भारत की संपत्तियां अदाणी को “दी” जा रही हैं। हवाई अड्डे, बंदरगाह, सार्वजनिक क्षेत्र, भूमि, ऊर्जा क्षेत्र उन्हें (संचालन के लिए) दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, “अगर वह (अदाणी) कानूनी तरीके से काम करते हैं, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। सरकारी जमीन ली जा रही है, उन संपत्तियों के आधार पर सरकारी बैंकों से हजारों करोड़ रुपये के कर्ज लिए जा रहे हैं। चूंकि वह ये सब कर रहे हैं, हमें लगता है कि सरकार पूरी तरह से उनकी रक्षा और मदद कर रही है, और उनके माध्यम से वे (भाजपा) अपनी पार्टी के लिए मदद या लाभ प्राप्त कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा, “भाषणों में न्यायपूर्ण और स्वच्छ होने का दावा करना पर्याप्त नहीं है, आपका आचरण भी स्वच्छ होना चाहिए…।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, “अन्य राज्यों के बजाय कई निवेश उनके राज्य (गुजरात) में किए जा रहे हैं। इससे पूरे भारत का विकास नहीं होगा और न ही कन्याकुमारी से कश्मीर तक प्रगति होगी।”
उन्होंने कहा, “एक व्यक्ति को अमीर बनाने (अदाणी की ओर इशारा करते हुए) से छोटे उद्योगों को नुकसान होगा। अन्य उद्योगपति भी वहां हैं। यदि आप अपने करीबी व्यक्ति को इतनी ज्यादा तरजीह देंगे, तो आप अन्य उद्योगपतियों को कहां प्रोत्साहित करेंगे?”
खरगे ने कहा कि जिस तरह से काम हो रहा है, उससे “ऐसा लगता है कि वे जल्दी करोड़पति या अरबपति बनना चाहते हैं और अपनी संपत्ति का फर्जी रिकॉर्ड बनाकर दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल होना चाहते हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया, “इसलिए, वह (अदाणी) ऐसा कर रहे हैं और उन्हें मोदी तथा शाह द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है।”
भाषा प्रशांत संतोष
संतोष