नई दिल्ली: कांग्रेस सेवा दल की कीताब में सवारकर और नाथूराम गोडसे को लेकर छापी गई लेख को लेकर एक बार देश में सियासी बवाल मच गया है। सेवादल के कार्यक्रम में बांटी गई बुकलेट में दावा किया गया है कि सावरकर और नाथूराम गोडसे के बीच शारीरिक संबंध थे। बुकलेट में यह भी दावा किया गया है कि सावरकर ने अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं पर यौन हिंसा का बढ़ावा दिया साथ ही मुस्लिमों की मौत पर वे जश्न मनाते थे। सावरकर अंडमान जेल से छूटने के बाद अंग्रेजों से पैसे लिए थे।
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बुकलेट में लिखा गया है कि ‘ब्रह्मचर्य का व्रत लेने से पहले नाथूराम गोडसे के एक ही शारीरिक संबंध का ब्योरा मिलता है वीर सावरकर से।’
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हालांकि मामले में विवाद गरमाने के बाद सेवादल के प्रमुख लालजी देसाई ने कहा है कि इस मामले में बेवजह विवाद पैदा किया जा रहा है। जबकि यह बुकलेट एक साल पहले प्रकाशित किया गया था और सर्कुलेशन में भी है।
देसाई ने आगे कहा है कि इस किताब में सावारकर को लेकर की गई टिप्पणी डोमिनिक लेपियर और लैरी कॉलिन्स की किताब ‘फ्रीडम ऐट मिडनाइट’ से सीधे ली गई है। उन्होंने कहा कि फ्रीडम ऐट मिडनाइट’ में लिखा है कि ब्रह्मचर्य धारण करने से पहले गोडसे का अपने राजनीतिक गुरु सावरकर से समलैंगिक संबंध था। मैं केवल इतना कह सकता हूं कि हमने आरएसएस को प्रतिक्रिया देने के लिए बाध्य कर दिया है।’ उन्होंने कहा कि यह बुकलेट हमारे कैडरों के लिए है।
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