कांग्रेस ने महाराष्ट्र चुनाव में डेटा संबंधी ‘विसंगतियों’ को लेकर निर्वाचन आयोग का रुख किया

कांग्रेस ने महाराष्ट्र चुनाव में डेटा संबंधी ‘विसंगतियों’ को लेकर निर्वाचन आयोग का रुख किया

  •  
  • Publish Date - November 29, 2024 / 02:30 PM IST,
    Updated On - November 29, 2024 / 02:30 PM IST

नयी दिल्ली, 29 नवंबर (भाषा) कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में डेटा से संबंधित ‘‘गंभीर विसंगतियों’’ को लेकर शुक्रवार को निर्वाचन आयोग का रुख किया और इस पर विस्तृत जवाब की मांग की।

पार्टी ने एक ज्ञापन के माध्यम से यह आग्रह भी किया कि आयोग उसके नेताओं को मिलने का अवसर दे ताकि वह इन ‘विसंगतियों’ तथा इस विधानसभा चुनाव से संबंधित कुछ अन्य मुद्दों को उठा सके।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इस ज्ञापन को साझा किया।

इस ज्ञापन पर कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले और राज्य प्रभारी रमेश चेन्निथला के हस्ताक्षर हैं।

आयोग को भेजे ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा, ‘‘हम आपको कुछ गंभीर विसंगतियों से अवगत कराने के लिए लिख रहे हैं जो हाल ही में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान और मतगणना प्रक्रियाओं से संबंधित आंकड़ों में सामने आ रही हैं।’’

उसने कहा कि पारदर्शी, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रणाली के मूल पर हमला करने वाली ये स्पष्ट विसंगतियां किसी पक्षपातपूर्ण उद्देश्यों या दूरगामी अनुमानों पर आधारित नहीं हैं, बल्कि इस माननीय आयोग द्वारा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराई गई जानकारी से निकाली गई हैं।

पार्टी का कहना है, ‘‘वास्तव में, महाराष्ट्र के मतदाता डेटा से संबंधित प्रश्न एक पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा भी उठाए गए हैं, इसलिए हम इसे माननीय आयोग के ध्यान में ला रहे हैं।’’

उसने कहा, ‘‘आधुनिक लोकतंत्र की पहचान वह निष्पक्षता और पारदर्शिता है जिसके साथ किसी राज्य में चुनाव कराए जाते हैं। ऐतिहासिक रूप से यह माननीय आयोग यह सुनिश्चित करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ रहा है कि चुनावी प्रक्रिया स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के सिद्धांतों और समान अवसर के सिद्धांत के अनुरूप आयोजित की जाए।’’

कांग्रेस ने आयोग से आग्रह किया, ‘‘हम आयोग के ध्यान में डेटा से संबंधित कुछ बिंदु लाना चाहेंगे जो चिंता का कारण हैं। इस पर माननीय आयोग से हस्तक्षेप की आवश्यकता है।’’

कांग्रेस ने ज्ञापन में कहा, ‘‘संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत माननीय आयोग पर चुनावी प्रक्रिया की शुचिता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है। हेराफेरी और चुनावी धोखाधड़ी के एक भी मामले में आयोग से तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।’’

उनका कहना था, ‘‘यह आयोग का उत्तरदायित्व है कि वह स्वयं को जवाबदेह बनाएगा और जिस तरह की विसंगतियों को लेकर संदेह पैदा हुआ है, उस पर एक विस्तृत सार्वजनिक सूचना जारी करेगा।’’

कांग्रेस नेताओं ने कहा, ‘‘हम यह भी अनुरोध करेंगे कि हमें सभी मुद्दों को विस्तार से उठाने के लिए तत्काल व्यक्तिगत सुनवाई का अवसर दिया जाए। यहां उल्लिखित दो मुद्दों के अलावा, कई अन्य मुद्दे भी हैं, जिन्हें हम इससे पहले उठाना चाहेंगे।’’

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के हाल में घोषित नतीजों में सत्तारूढ़ ‘महायुति’ प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रखने में सफल रहा है। इस गठबंधन के घटक दलों में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 132 सीट, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना को 57 और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को 41 सीट हासिल हुईं।

विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) के तीनों घटक दल राकांपा (शरदचंद्र पवार), कांग्रेस और शिवसेना (उबाठा) सामूहिक रूप से राज्य की कुल 288 विधानसभा सीट में से केवल 46 पर ही जीत हासिल कर सके।

भाषा हक हक मनीषा

मनीषा