गंगटोक, 24 अक्टूबर (भाषा) सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार हिमनद झीलों के फटने की घटनाओं से जुड़े जोखिम को कम करने के लिए एक व्यापक योजना पर काम कर रही है।
उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हिमनद झीलों के फटने से आने वाली बाढ़ से संबंधित प्रस्तावित शमन उपायों के तहत हम मानव जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के साथ-साथ पारिस्थितिकी तंत्र को ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से उत्पन्न भविष्य के खतरों से बचाने के लिए कदम उठाएंगे।’’
उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य में प्राकृतिक खतरों के जोखिम के मद्देनजर निवारक कार्रवाई के लिए एक तंत्र स्थापित करना महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों के लिए दूर संवेदी तकनीक सहित विविध प्रौद्योगिकियों को अपनाएंगे और स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी के साथ इन चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करेंगे।’’
तमांग ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग को संबंधित घटनाओं को रोकने में असाधारण परिणाम देने पर ध्यान केंद्रित रखने का निर्देश दिया।
उन्होंने व्यापक जमीनी परिप्रेक्ष्य हासिल करने के लिए वर्ष के अंत में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की योजना का भी उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने संबंधित घटनाओं को रोकने के लिए उपाय लागू करने के वास्ते बजट आवंटन प्रदान करने पर केंद्र का आभार व्यक्त किया।
सिक्किम में तीन-चार अक्टूबर 2023 को एक हिमनद झील फट गई जिससे तीस्ता नदी में उफान के चलते 44 से अधिक लोगों की मौत हो गई और सड़क एवं संचार सहित बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान हुआ।
भाषा नेत्रपाल पवनेश
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