Piolet Qualification in India: अब आर्ट्स और कॉमर्स वाले भी उड़ा सकेंगे हवाई जहाज!.. जरूरी नहीं होगी मैथ्स-फिजिक्स की पढ़ाई, पढ़ें DGCA की प्लानिंग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीजीसीए इस नए नियम को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है और इसे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय से मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। यदि इसे मंजूरी मिल जाती है, तो भारत उन देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा, जहां सीपीएल ट्रेनिंग के लिए फिजिक्स और मैथ्स अनिवार्य नहीं हैं।
Commercial pilot Eligibility in India | Image- ISTOCK File
Commercial pilot Eligibility in IndiaCommercial pilot Eligibility in India: नई दिल्ली: कला और वाणिज्य संकाय के छात्रों के पास 12वीं के बाद कई करियर विकल्प होते हैं, लेकिन अब तक वे पायलट बनने का सपना नहीं देख सकते थे। लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) ट्रेनिंग के लिए पात्रता मानदंड में बदलाव करने पर विचार कर रहा है।
अब तक, सीपीएल ट्रेनिंग के लिए फिजिक्स और मैथ्स विषयों में 12वीं पास होना जरूरी था, जिससे कॉमर्स और आर्ट्स बैकग्राउंड वाले छात्र पायलट बनने का सपना नहीं देख सकते थे। लेकिन अब डीजीसीए जल्द ही इस नियम में बदलाव कर सकता है और कॉमर्स और आर्ट्स छात्रों को भी पायलट प्रशिक्षण लेने की अनुमति दे सकता है।
Commercial pilot Eligibility in India: हालांकि, नए नियम के तहत इन छात्रों को पायलट बनने के लिए डीजीसीए द्वारा निर्धारित मेडिकल फिटनेस मानकों को पूरा करना जरूरी होगा।
कब से लागू हुआ था साइंस का नियम?
पायलट ट्रेनिंग को तकनीकी ज्ञान की जरूरत होती है, इस कारण 1990 के दशक में भारत में पायलट बनने के इच्छुक छात्रों के लिए 12वीं में फिजिक्स और मैथ्स को अनिवार्य कर दिया गया था। इससे कॉमर्स और आर्ट्स के छात्रों के लिए पायलट बनने का सपना सिर्फ सपना ही रह गया था। इससे पहले, 10वीं पास छात्र भी कमर्शियल पायलट ट्रेनिंग में दाखिला ले सकते थे।
नए नियम को मंजूरी का इंतजार
Commercial pilot Eligibility in India: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीजीसीए इस नए नियम को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है और इसे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय से मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। यदि इसे मंजूरी मिल जाती है, तो भारत उन देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा, जहां सीपीएल ट्रेनिंग के लिए फिजिक्स और मैथ्स अनिवार्य नहीं हैं।
In a major reform, #DGCA is considering removing the current eligibility requirement of a student having physics and maths in class 12 for commercial pilot licence (CPL) training.
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— The Times Of India (@timesofindia) April 18, 2025

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