नई दिल्ली। Weather Forecast: जैसे-जैसे दिन गुजरते जा रहा है वैसे-वैसे ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। हाड़ कपाने वाली ठंड अब लोगों के लिए परेशानी बन चुका है। जिस वजह से लोग घरों में ही कैद रहने को मजबूर हैं। वहीं नए साल की शुरुआत में दिल्ली एनसीआर सहित पूरे उत्तर भारत में शीतलहर का असर देखने को मिल रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने एक बार फिर बर्फबारी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और बर्फबारी भविष्यवाणी की है। वहीं बताया गया कि, मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण हो रहा है। इसके साथ ही, उत्तर भारत के कई हिस्सों में कोहरा और ठंडे दिन की स्थिति बनी रहेगी, जिसमें दिल्ली भी शामिल है। मौसम विभाग ने अपने लेटेस्ट अपडेट में बताया कि, उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में अगले 24 घंटों के दौरान घना कोहरा और शीत दिवस की स्थिति की संभावना है।
IMD के अनुसार, 3 और 4 जनवरी को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी हो सकती है। यह जम्मू और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण है। IMD की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने बताया, “जम्मू और उत्तर पाकिस्तान के पास मौजूद पश्चिमी विक्षोभ के कारण इन इलाकों में आज और कल अलग-अलग जगहों पर बर्फबारी हो सकती है।” 4 और 5 जनवरी को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों (जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश) में भारी बारिश और बर्फबारी के साथ-साथ गरज और बिजली गिरने की संभावना है। एक और पश्चिमी विक्षोभ, जो फिलहाल ईरान और उसके आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय है, जल्द ही भारत के पूर्वी हिस्सों की ओर बढ़ेगा। उत्तरी पंजाब और हरियाणा में भी हल्की बारिश हो सकती है। पश्चिमी हवाओं के चलते पहाड़ी इलाकों में तापमान में वृद्धि हो सकती है।
Weather Forecast: उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में कोहरे और ठंडे दिन की स्थिति बनी रहेगी। दिल्ली सहित कई क्षेत्रों में दिन का तापमान सामान्य से कम रहेगा। हालांकि, ठंड की तीव्रता कम होने की संभावना है क्योंकि पूर्वी हवाओं से नमी आने के कारण न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होगी। “पूर्वी हवाओं से नमी बढ़ने के कारण ठंड की लहर की स्थिति अब कम होने की संभावना है,” वहीं पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत में ठंड का दौर जारी रहेगा, जबकि हिमालयी क्षेत्रों में भारी बारिश और बर्फबारी का अनुमान है। हालांकि, जनवरी के पहले सप्ताह के बाद तापमान में थोड़ी वृद्धि हो सकती है, जिससे ठंड की लहर से राहत मिलेगी।