कश्मीर में बर्फबारी के बाद पारा गिरने से शीतलहर और तेज हुई, ठिठुरन बढ़ी

कश्मीर में बर्फबारी के बाद पारा गिरने से शीतलहर और तेज हुई, ठिठुरन बढ़ी

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  • Publish Date - January 17, 2025 / 01:56 PM IST,
    Updated On - January 17, 2025 / 01:56 PM IST

श्रीनगर, 17 जनवरी (भाषा) कश्मीर में बर्फबारी के बाद अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और मौसम विभाग ने यहां अगले तीन दिनों में मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों के साथ-साथ घाटी के कुछ मैदानी इलाकों में भी बृहस्पतिवार को बर्फबारी हुई।

अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी के बाद कश्मीर में शीतलहर और तेज हो गई तथा अधिकतर स्थानों पर रात के समय तापमान में गिरावट दर्ज की गई।

श्रीनगर में बृहस्पतिवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से दो डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि एक रात पहले यह शून्य से ढाई डिग्री सेल्सियस नीचे था।

‘स्कीइंग’ के लिए प्रसिद्ध उत्तरी कश्मीर के पर्यटन स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से सात डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

दक्षिण कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा के आधार शिविरों में से एक पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 11.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात यहां तापमान शून्य से 4.2 डिग्री सेल्सियस नीचे था।

काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.4 डिग्री सेल्सियस नीचे, पंपोर शहर के कोनीबल में शून्य से दो डिग्री सेल्सियस नीचे, कुपवाड़ा में शून्य से 2.7 डिग्री सेल्सियस नीचे और कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

मौसम विभाग ने कश्मीर में 19 जनवरी तक मुख्य रूप से मौसम शुष्क रहने का पूर्वानुमान जताया है। 20 से 22 जनवरी तक कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बर्फबारी की संभावना है।

वर्तमान में कश्मीर घाटी ‘चिल्ला-ए-कलां’ (सर्वाधिक ठंड की अवधि) की चपेट में है, जो 21 दिसंबर से शुरू हुआ था।

‘चिल्ला-ए-कलां’ की 40 दिनों की अवधि के दौरान बर्फबारी की सबसे अधिक संभावना होती है।

इसके बाद 20 दिन का ‘चिल्ला-ए-खुर्द’ और 10 दिन का ‘चिल्ला-ए-बच्चा’ का समय होगा जब ठंड धीरे धीरे कम होने लगेगी।

भाषा यासिर मनीषा

मनीषा