‘बाला साहब ने सिखाया है कि कैसे तोड़नी है दादागीरी, हनुमान चालीसा पढ़ना है तो…’ सीएम ठाकरे की चेतावनी

'बाला साहब ने सिखाया है कि कैसे तोड़नी है दादागीरी, हनुमान चालीसा पढ़ना है तो...'CM Uddhav Thackeray warn on Hanuman Chalisa Controversy

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  • Publish Date - April 26, 2022 / 07:45 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:31 PM IST

मुंबई: Hanuman Chalisa Controversy महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पर छिड़ी सियासी जंग दिन ब दिन बढ़ते ही जा रही है। मामले में भाजपा के कड़े तेवर सामने आने के बाद अब सीएम उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान सामने आया है। उद्धव ठाकरे ने नसीहत देते हुए कहा है कि हनुमान चालीसा पढ़नी है तो घर पर आकर पढ़िए। इसका एक तरीका होता है, लेकिन दादागीरी करके मत आइए।

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Hanuman Chalisa Controversy सीएम उद्धव ने कहा कि हम घंटाधारी हिंदुत्व नहीं, गदाधारी हिंदुत्व का पालन करते हैं। मै जल्द ही एक रैली करूंगा, जहां सबका समाचार लिया जाएगा। ये कमजोर हिंदुत्ववादी आए है। ये नकली नए हिंदुत्ववादी हैं। इनके बीच स्पर्धा चल रही है कि इसकी कमीज मुझसे ज्यादा भगवा कैसे? कुछ लोगों के पेट मे एसिडिटी हो गई है। उन्हें कोई काम नहीं है। बिना काम के भोंगे बजाना ही उनका काम है, मैं उन्हें अहमियत नहीं देता।

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बता दें कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने शुक्रवार को उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। राणा दंपति के इस ऐलान के बाद सुबह से ही उनके घर के बाहर शिवसैनिक भारी संख्या में जुट गए थे। शिवसैनिकों ने राणा दंपति पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। पुलिस में दर्ज करवाई गई शिकायत में शिवसैनिकों ने कहा उनके लिए मातोश्री मंदिर की तरह है। राणा दंपति ने उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।

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सीएम उद्धव ने कहा कि ये कैसे हिंदुत्ववादी हैं, जो बाबरी के वक्त बिल में छुप गए थे। राम मंदिर का फैसला अदालत ने किया है और उसके लिए भी लोगों के सामने झोली फैलाई है। अब शिवसेना दिखाएगी भीमरूप और महारुद्र क्या होता है?

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