Big statement of CM Sukhwinder Singh Sukhu: शिमला। हिमाचल प्रदेश में हालिया राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में ‘क्रॉस वोटिंग’ करने वाले तीन निर्दलीय और अयोग्य करार दिए जा चुके छह कांग्रेस विधायकों ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और महसूस करना चाहिए कि वर्तमान स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है। विधायकों ने यहां जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि वे आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं और मुख्यमंत्री की मानसिकता पर सवाल उठाया, जो एक तरफ उनसे समझौते के लिए संपर्क कर रहे हैं और दूसरी तरफ ‘काले सांप’ और ‘चरवाहे’ जैसे बयान जारी कर रहे हैं।
सार्वजनिक बैठकों के दौरान सुक्खू ने कहा था कि कांग्रेस के छह ‘काले सांपों’ ने अपना आत्मसम्मान बेच दिया और राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की और बाद में उनकी तुलना एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने वाले चरवाहों से की। भाजपा के पक्ष में ‘क्रॉस वोटिंग’ करने वाले नौ विधायकों में कांग्रेस के छह बागी-सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, राजिंदर राणा, इंद्र दत्त लखनपाल, चैतन्य शर्मा और देविंदर कुमार भुट्टो तथा तीन निर्दलीय विधायकों में आशीष शर्मा, होशियार सिंह और के एल ठाकुर शामिल थे।
Big statement of CM Sukhwinder Singh Sukhu: विधायकों ने सुक्खू से चंडीगढ़ के अपने आधिकारिक दौरों के बारे में स्पष्ट करने को कहा, जिसमें वह हिमाचल भवन में अपने निर्धारित कमरे के बजाय पांच सितारा होटल में रुके थे। उन्होंने पांच सितारा होटल से सुरक्षाकर्मियों को वापस भेजने के पीछे का कारण पूछा और उनसे अपने छिपे हुए एजेंडे के बारे में जनता को बताने को कहा। उन्होंने दावा किया कि विधायक सरकार में घुटन और अपमानित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री अपने दोस्तों को बाकी सभी से ज्यादा तरजीह देते हैं और उनकी मित्र मंडली विधायकों पर हावी हो रही है। बयान में विधायकों ने कहा कि राज्य की जनता भी अच्छी तरह से जानती है कि इस सरकार में ‘‘कैबिनेट स्तर के मित्र’’ क्या कर रहे हैं और उन्होंने कितनी ‘लूट’ मचा रखी है।