नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा)देश भर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों के शिक्षकों ने मंगलवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी से आंबेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली (एयूडी) के दो संकाय सदस्यों की हाल ही में की गई बर्खास्तगी के मामले में हस्तक्षेप करने और उनकी तत्काल बहाली की मांग की।
शिक्षकों ने इस कार्रवाई को अकादमिक स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक संस्थान पर हमला कराते हुए देते हुए आरोप लगाया कि दोनों प्रोफेसर को सत्ता के खिलाफ असहमति जताने के कारण निशाना बनाया गया।
उन्होंने शैक्षणिक समुदाय से एकजुटता का आह्वान किया तथा चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
शिक्षा आंदोलन के लिए संयुक्त मंच (जेएफएमई) ने अखिल भारतीय विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संगठन महासंघ (एआईएफयूसीटीओ) और केंद्रीय विश्वविद्यालय शिक्षक संघ महासंघ (एफईडीसीयूटीए) के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा के लिए एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली के संस्थापक संकाय सदस्य प्रोफेसर सलिल मिश्रा और अस्मिता काबरा को पिछले महीने बर्खास्त कर दिया गया और कथित तौर पर उन्हें सेवानिवृत्ति लाभ देने से भी इनकार कर दिया गया।
यह कार्रवाई 2018-19 में 38 संविदा प्रशासनिक कर्मचारियों के नियमितीकरण में उनकी भूमिका से संबंधित आरोपों के कारण हुई। यह निर्णय विश्वविद्यालय के प्रबंधन बोर्ड द्वारा सामूहिक रूप से लिया गया था।
जेएफएमई देश भर के 10,000 शिक्षक संघों का एक संयुक्त मंच है।
भाषा धीरज नरेश
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