Delhi CM residence renovation case : नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ने वाली है। उनके सरकारी आवास रेनोवेशन मामले की जांच का जिम्मा अब सीबीआई को सौंप दिया गया है। इससे पहले उपराज्यपाल ने भी मुख्यमंत्री आवास सौंदर्यीकरण में हुए खर्च को संज्ञान में लिया था। इस मामले में केंद्रीय एजेंसी ने दिल्ली सरकार से फाइल मांगी है। अगर सीबीआई को सबूत मिले तो वह नियमित मामला या आपराधिक मामला दर्ज करेगी। आम आदमी पार्टी की तरफ से इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा गया है कि पहले भी जांच में कुछ नहीं निकला था और इस बार भी जांच में कुछ भी नहीं मिलेगा।
Delhi CM residence renovation case : दिल्ली के सीएम आवास के निर्माण और ‘नवीनीकरण’ में कथित अनियमितताओं के संबंध में सीबीआई की ओर से दर्ज की गई प्रारंभिक जांच पर आम आदमी पार्टी ने कहा, ‘भाजपा ने आम आदमी पार्टी को खत्म करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की घेराबंदी के लिए सभी जांच एजेंसियों को लगा दिया गया है, लेकिन दिल्ली की 2 करोड़ जनता का आशीर्वाद अरविंद केजरीवाल के साथ है, इस जांच से कुछ नहीं निकलेगा। भाजपा चाहे जितनी भी जांच कराए, अरविंद केजरीवाल आम आदमी के हितों के लिए लड़ते रहेंगे।’
बता दें कि प्राथमिकी दर्ज करना FIR से पहले कानूनी प्रक्रिया के तहत अपनाया जाने वाला वो पहला स्टेप माना जाता है जिसके तहत जांच एजेंसी जांच के बाद यह तय करती है कि प्रथम दृष्टया इस मामले में रेगुलर एफआईआर की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाए। सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने अरविंद केजरीवाल के बंगले के रेनोवेशन को लेकर निकाले गये टेंडर डॉक्यूमेंट, कॉन्ट्रैक्टरों द्वारा दी गई बीड, इमारत के लिए प्लान को मिली मंजूरी के कागजात समेत PWD से जुड़े कई रिकॉर्ड मांगे हैं। इसके अलावा सीबीआई ने केजरीवाल के बंगले में मॉड्यूलर किचेन बनाने, मार्बल फ्लोरिंग समेत अन्य कार्यों के लिए किये गये आग्रह से संबंधित फाइलें भी मांगी हैं।