बेंगलुरु, तीन दिसंबर (भाषा)कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को अपने गृह कार्यालय कृष्णा में एक शिक्षक की भूमिका निभाई और कर्नाटक भर से आए 50 से अधिक छात्रों को संविधान से संबंधित पाठ पढ़ाया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि यह सत्र संविधान वाचन अभियान का हिस्सा था, जिसमें आकर्षक चर्चाएं, निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरण और संविधान में निहित मूल्यों पर विचार-विमर्श किया गया।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘बी.आर. आंबेडकर को उद्धृत करते हुए मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि संविधान की सफलता उन व्यक्तियों पर निर्भर करती है, जो इसे बनाए रखते हैं, जबकि कुवेम्पु (कवि) की भारत को ‘‘सभी जातियों के लिए शांति का उद्यान’’ के रूप में देखने की दृष्टि ने एकता की भावना को रेखांकित किया।’’
उन्होंने कहा कि संशोधनों के माध्यम से जोड़े गए धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय को उच्चतम न्यायालय ने भारत के बहुलवाद के आधारभूत सिद्धांतों के रूप में बरकरार रखा है।
भाषा धीरज दिलीप
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