Kathua terrorist attack: जम्मू-कश्मीर। जम्मू कश्मीर में एक के बाद एक आतंकी हमले हो रहे हैं। पहले रियासी फिर कठुआ और अब डोडा में आतंकियों ने हमला किया है। कल रात हुए आतंकवादी हमले के बाद कठुआ के हीरानगर इलाके में हुई मुठभेड़ में मारे गए दूसरे आतंकवादी का शव बरामद कर लिया गया है। बता दें कि इस आंतकी हमले में एक सीआरपीएफ के जवान कबीर दास भी शहीद हो गए।
दुश्मनों से मुठभेड़ में गोली उनके सीने पर लगी और यह शहीद जवान मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले का बताया जा रहा है। जानकारी मिलते ही शहीद के परिजनों ने बताया कि वह 25 मई को ड्यूटी पर वापस लौटे थे, 20 जून को दोबारा अपने गांव आने वाले थे उससे पहले ही उनकी मौत की खबर ने पूरे परिवार को गमगीन कर दिया।
दरअसल, कठुआ जिले में हुए हमले में छिंदवाड़ा जिले के सीआरपीएफ के जवान कबीरदास उइके शहीद हो गए हैं। कबीर दास बिछुआ ब्लॉक के पुलपुलडोह गांव के केडिया बस्ती में जन्मे थे। दुश्मनों से मुठभेड़ में गोली उनके सीने पर लगी। 7 मार्च 1989 को जन्में कबीर दास के पिता स्व. शिवचरण उइके दोनों अब इस दुनिया में नहीं हैं।
Kathua terrorist attack: पीजी कॉलेज से उच्च शिक्षा लेने वाले कबीर की प्रारंभिक शिक्षा गांव से हुई थी। शहीद कबीर का पार्थिव शरीर कल गांव लाया जाएगा। कबीर के दो भाई और दो बहनें हैं। कबीर की धर्मपत्नी गर्भवती है। साल 2011 में कबीर देश सेवा के लिए सीआरपीएफ में गए थे। कबीर का विवाह साल 2020 में ममता उइके से हुआ है।