(फोटो के साथ)
गांधीनगर, 22 अक्टूबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि उनका मंत्रालय चार महीने के भीतर नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड के चार्टर में बदलाव करेगा ताकि इसे और अधिक प्रासंगिक और उपयोगी बनाया जा सके।
शाह ने यहां नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड के 14वें अखिल भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अगर देश की वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड की भूमिका नहीं बदली गई तो वे अप्रासंगिक हो जाएंगे।
मंत्री ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि आज देश की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इन दोनों संगठनों की भूमिका पर पुनर्विचार करने की जरूरत है ताकि उन्हें और अधिक प्रासंगिक बनाया जा सके।’’ उन्होंने कहा कि ये बदलाव चार महीने में लागू हो जाएंगे और इसमें कई नयी चीजें जोड़ी जाएंगी।
शाह ने कहा, ‘‘…हम इसे प्रासंगिक बनाएंगे और उपयोगी बनाने की कोशिश करेंगे तथा इसमें नयी चेतना, नया जीवन लाने की दिशा में काम करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि अगर किसी संगठन का चार्टर पचास साल तक नहीं बदला जाता है, तो संगठन और चार्टर दोनों ही अप्रासंगिक हो जाते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘भारत ने पिछले पचास वर्षों में आमूलचूल परिवर्तन देखे हैं। प्रौद्योगिकी की वजह से हमारी आवश्यकताएं बदल गई हैं और देश आगे बढ़ गया है। भले ही कोई युद्ध न हो, लेकिन (नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड) आपदा प्रबंधन और यातायात प्रबंधन से जुड़ सकते हैं।’’
शाह ने कुछ साल पहले पारित उच्चतम न्यायालय के एक फैसले पर भी आपत्ति जताई, जिसमें ‘‘नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड को उनकी आय से जोड़ने का प्रयास किया गया था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘(उनकी आय) समय रहते बढ़ाई जानी चाहिए, लेकिन मूल भावना सेवा की है। अगर हम इस भावना को फैसले के जरिए मार देते हैं, तो यह संगठन लगभग मृत हो जाएगा और एक साधारण नौकरी जैसा काम बनकर रह जाएगा।’’
शाह ने कहा कि होम गार्ड और नागरिक के वर्तमान चार्टर के अनुसार, इसके कर्मियों को युद्ध की आपात स्थितियों के लिए लोगों को तैयार करना, नागरिकों की रक्षा करना, युद्ध के प्रभावों से बचने के लिए लोगों को प्रशिक्षित करना, अहिंसक नागरिक प्रतिरोध के लिए सोच पैदा करना, समुदायों को संगठित करना और युद्ध से क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे की मरम्मत और मनोबल बढ़ाने में सहायता करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि दोनों संगठनों ने आपदा प्रबंधन में सराहनीय कार्य किया है, लेकिन उनके कर्मियों को प्रशिक्षण और सामूहिक दृष्टिकोण की आवश्यकता है तथा आपदा प्रबंधन में उनकी भूमिका चार्टर में परिभाषित की जानी चाहिए।
शाह ने कोविड-19 महामारी के दौरान होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा कर्मियों की सेवाओं के लिए उन्हें बधाई दी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महामारी के दौरान सेवा करते हुए 27 जवानों ने अपनी जान गंवाई। उन्होंने कहा कि स्थानीय कानून व्यवस्था में सहायता के लिए उनके लिए एक खाका भी होना चाहिए।
शाह ने कहा कि उन्हें छात्रों के बीच में ही पढ़ाई छोड़ने की दर को कम करने और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए काम करके शिक्षा क्षेत्र में भी मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को इन संगठनों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, सेवा को आय से जोड़ दिया गया…जैसे एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) और एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) समाज के सभी वर्गों के लोगों को आकर्षित करते हैं, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा में भी समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए और उन्हें सेवा और देश के विकास और सुरक्षा का साधन बनना चाहिए।’’
भाषा आशीष पवनेश
पवनेश