नई दिल्ली | चंद्रयान-2 को लेकर आज यानी मंगलवार को खुशखबरी मिल सकती है, चंद्रयान-2 के लैँडर विक्रम से लगातार संपर्क साधने की कोशिशें की जा रही हैं, जिसके लिए भारत को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का भी साथ मिल रहा है। नासा भी लगातार चंद्रयान-2 के लैँडर विक्रम से संपर्क साधने की कोशशों में लगा है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। बता दें कि लैँडर विक्रम चांद की सतह पर अपने उतरने वाली तय जगह से महज 335 मीटर की दूरी पर पड़ा हुआ है।
ये भी पढ़ें- गृह विभाग का ऐलान, आरक्षक और प्रधान आरक्षकों का बढ़ाया गया राइफल मे…
जानकारी के अनुसार नासा का लुनार रिकॉनियसैंस ऑर्बिटर आज चांद के उस हिस्से से गुजरेगा जहां लैँडर विक्रम पड़ा हुआ है, जब नासा का लुनार रिकॉनियसैंस ऑर्बिटर इस जगह से गुजरेगा तो वो लैँडर विक्रम तस्वीरें लेगा। हांलाकि ये तस्वीरें धुंधली भी हो सकती हैं, लेकिन इन तस्वीरों से इसरों को काफी मदद मिलेगी और चंद्रयान-2 मिशन के विक्रम के बारे में सटीक आकलन करने में मदद मिल सकेगी।
ये भी पढ़ें- निलंबित लेखाधिकारी ने न्यायालय में पेश किए जाने के तरीके पर जताई आप…
भारत के साथ-साथ दुनियां की कई स्पेश एजेंसियां लैंडर विक्रम से संपर्क साधने में भारत की मदद कर रहे हैं, इसी कड़ी में अमेरिकी स्पेश एजेंसी नासा ने भी विक्रम से संपर्क कायम करने की कोशिश की थी। उसने रेडियो तरंगों के जरिए विक्रम को ‘हैलो’ संदेश भेजा था। नासा की जेट प्रपल्शन लेबोरेटरी ने विक्रम को रेडियो तरंगें भेजी थी, ताकि उसकी कोई प्रतिक्रिया मिल सके, मगर विक्रम का अभी तक कोई जवाब नहीं आया।
पढ़ें- सातवां वेतनमान : राजधानी में जुटेंगे हजारों डॉक्टर, सीएम आवास तक नि..