नयी दिल्ली, 30 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के कामकाज की समीक्षा के लिए केंद्र द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय समिति कर्मचारियों और परीक्षा केंद्रों की ‘आउटसोर्सिंग’ को न्यूनतम करने, अधिकतम प्रवेश परीक्षाओं को ऑनलाइन आयोजित करने और प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं में प्रयासों की संख्या को सीमित करने जैसे उपायों पर विचार कर रही है।
केंद्र ने 21 अक्टूबर को भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख आर राधाकृष्णन के नेतृत्व वाली समिति की अंतिम रिपोर्ट सौंपने के लिए उच्चतम न्यायालय से दो सप्ताह का समय मांगा था।
एक सूत्र ने कहा, “रिपोर्ट लगभग तैयार है। एनटीए के कामकाज और देश में प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं के आयोजन को सुव्यवस्थित करने के लिए कई सिफारिशें की जा रही हैं।”
समिति सिफारिश कर सकती है कि ऑफलाइन परीक्षाओं को कम किया जाए, जहां ऑनलाइन मोड पर संभव नहीं, वहां ‘हाइब्रिड’ परीक्षाओं का विकल्प हो। इसी के साथ मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट सहित प्रमुख परीक्षाओं में प्रयासों की संख्या सीमित करना और परीक्षाओं की शुचिता प्रभावित न हो यह सुनिश्चित करने के लिए ‘आउटसोर्स’ कर्मचारियों और केंद्रों की भूमिका कम करने जैसी सिफारिशें भी की जा सकती हैं।
सूत्र ने बताया, “समिति ने इतने बड़े पैमाने पर परीक्षा आयोजित करने में शामिल जटिलताओं, जोखिमों और सुरक्षा उपायों को लेकर 22 बैठकें कीं। समिति ने छात्रों और अभिभावकों सहित हितधारकों से सुझाव भी मांगे थे और प्राप्त 37,000 से अधिक सुझावों पर विचार किया।”
मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट और पीएचडी प्रवेश परीक्षा नेट में कथित अनियमितताओं को लेकर केंद्र ने जुलाई में एक समिति का गठन किया था।
भाषा नोमान वैभव
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