नयी दिल्ली: stop Kejriwal in 2024 दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को कहा कि केंद्र, सीबीआई और भाजपा 2024 में आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को प्रधानमंत्री बनने से रोकने के एकमात्र मकसद से काम कर रहे हैं। उन्होंने पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में यह भी कहा कि कांग्रेस कोई विकल्प नहीं है क्योंकि देश में अब कोई भी पार्टी के बारे में बात नहीं कर रहा है और लोग केजरीवाल को मौका देने के बारे में सोच रहे हैं। वह आप के लिए भविष्य के किसी भी राजनीतिक गठबंधन को लेकर भी गैर-प्रतिबद्ध दिखे और कहा कि राजनीतिक दलों को ‘एक-दूसरे की पीठ खुजाने की मानसिकता’ से बाहर आना चाहिए। सिसोदिया ने आबकारी नीति में 2021-22 में कथित अनियमितताओं को लेकर अपने आवास पर सीबीआई की छापेमारी के दो दिन बाद कहा कि ‘एक मौका केजरीवाल को’ देने की बात अब राष्ट्रीय स्तर की बात बन गई है।
stop Kejriwal in 2024 उन्होंने कहा कि देश के लोग चाहते हैं कि केजरीवाल प्रधानमंत्री बनें क्योंकि हर कोई अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, रोजगार और सस्ती या मुफ्त बिजली का हकदार है, जो केवल आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया द्वारा प्रदान की जा सकती है। यह पूछे जाने पर कि क्या आप प्रमुख की प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा है, उन्होंने कहा, ‘बेशक।’ दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘लेकिन यह किसी व्यक्ति की महत्वाकांक्षा की बात नहीं है, यह पूरे देश की महत्वाकांक्षा है। हर कोई अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और रोजगार और सस्ती या मुफ्त बिजली चाहता है। ये केवल केजरीवाल ही प्रदान कर सकते हैं।’
सिसोदिया ने कहा, ‘‘भाजपा, सीबीआई, उपराज्यपाल और दिल्ली के मुख्य सचिव, सभी का एकमात्र उद्देश्य केजरीवाल को रोकने का है, अन्यथा 2024 (लोकसभा चुनाव) उनके (भाजपा) हाथ से निकल जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल देश में दो चीजों पर चर्चा हो रही है। एक तरफ मोदी और उनकी सरकार हैं जो हमेशा सोचते हैं कि ईडी और सीबीआई के छापे से किसे निशाना बनाया जाए और कैसे सरकारों को गिराया जाए। दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल हैं जो दिन-रात सोच रहे हैं कि भारत को कैसे नंबर-1 बनाया जाए।’ सिसोदिया ने कहा कि लोग दोनों के बीच ‘‘एक स्पष्ट अंतर’’ देख सकते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या आप 2024 के चुनावों के लिए गठबंधन के लिए अन्य दलों से संपर्क करेगी, सिसोदिया ने कहा, ‘जब जनता एक साथ खड़ी हो जाती है तो कोई राजनीतिक गठबंधन काम नहीं करता। एक बार लोग मोदी के साथ थे, अब उनका उनसे विश्वास उठ रहा है।’
सिसोदिया ने इस बात को भी खारिज किया कि 2024 के चुनाव में कांग्रेस एक विश्वसनीय ताकत होगी। उन्होंने कहा, ‘देश में अब कोई कांग्रेस के बारे में बात नहीं कर रहा। लोग या तो मोदी को देख रहे हैं या केजरीवाल को मौका देने की सोच रहे हैं।’ गैर-भाजपा दलों के इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कि केंद्र द्वारा उन्हें निशाना बनाए जाने पर आप ने चुप्पी साध ली, सिसोदिया ने कहा, ‘हम ‘नेतागीरी और भाईचारे’ के लिए राजनीति में नहीं हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आप शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दों के बारे में बात करती है। हर पार्टी को एक-दूसरे की पीठ खुजाने की मानसिकता से बाहर आना चाहिए और वास्तविक मुद्दों पर बात करनी चाहिए जिसके लिए लोग उन्हें लोकसभा और विधानसभा भेजते हैं।’ सिसोदिया ने कहा, ‘आप एक ऐसी पार्टी है जो किसी गलत काम में लिप्त पाए जाने पर अपने ही नेताओं को भी नहीं बख्शती।’ उन्होंने विकास मॉडल को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला। सिसोदिया ने कहा, ‘विकास कहाँ है? मोदी जी के पास महंगाई के बारे में सोचने का भी समय नहीं है, जो पूरे देश में लोगों को परेशान कर रही है।’’
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उन्होंने कहा कि केजरीवाल मॉडल अच्छी स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, रोजगार और महंगाई को नियंत्रित करने पर आधारित है। सिसोदिया ने कहा, ‘इन चार चीजों को राष्ट्रीय स्तर पर दोहराने की जरूरत है लेकिन मोदी सरकार के तहत ऐसा नहीं हो रहा है।’ सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल जल्द ही ‘मेक इंडिया नंबर 1’ के देशव्यापी मिशन पर जाएंगे और भारत के 130 करोड़ लोगों के साथ बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा, ‘वह (केजरीवाल) देश के अपने दौरे के दौरान किसी भी राजनीतिक नेता से नहीं मिलेंगे।’ मुफ्त उपहार पर बहस के बीच, केजरीवाल ने हाल ही में आप का ‘मेक इंडिया नंबर 1’ अभियान शुरू किया, जिसमें बच्चों को मुफ्त शिक्षा और नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए सार्वजनिक धन का उपयोग करने का आह्वान किया गया है। उन्होंने भाजपा, कांग्रेस और अन्य दलों को ‘अराजनीतिक’ अभियान में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था, यहां तक कि उन्होंने आजादी के बाद से भारत की धीमी प्रगति के संबंध में बिना नाम लिए अब तक शासन करने वाले दलों को दोषी ठहराया था। सिसोदिया आबकारी नीति 2021-22 के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं को लेकर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज किए गए मामले के आरोपियों में से एक हैं। सीबीआई ने शुक्रवार को आबकारी नीति की जांच के सिलसिले में सिसोदिया के घर समेत 31 ठिकानों पर छापेमारी की थी।