राजौरी/जम्मू, 20 जनवरी (भाषा) उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालयी टीम ने रहस्यमय परिस्थितियों में तीन परिवारों के 17 सदस्यों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए सोमवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बधाल गांव का दौरा किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
गृह मंत्रालय में निदेशक स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में केंद्रीय टीम रविवार शाम राजौरी जिला मुख्यालय पहुंची और वरिष्ठ जिला, स्वास्थ्य एवं पुलिस अधिकारियों से बात की।
गृह मंत्री अमित शाह ने राजौरी शहर से लगभग 55 किलोमीटर दूर एक दूरदराज के गांव में एक-दूसरे से जुड़े तीन परिवारों में 7 दिसंबर से 19 जनवरी के बीच हुईं मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए अंतर-मंत्रालयी टीम के गठन का आदेश दिया था।
अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न विभागों के कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ टीम पूर्वाह्न करीब 11:30 बजे बधाल पहुंची और शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात की। वहीं, कब्र खोदने वाले लोग यास्मीन कौसर (15) को दफन करने की तैयारी कर रहे थे। यास्मीन, मोहम्मद असलम की छठी संतान थी, जिसने रविवार शाम जम्मू के एसएमजीएस अस्पताल में अंतिम सांस ली थी।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय टीम गांव पहुंचते ही दो समूहों में बंट गई और जांच कर रही है।
अधिकारियों ने बताया कि लड़की का शव जम्मू अस्पताल से कुछ ही घंटों में गांव पहुंच जाएगा और उसे उसके पांच भाई-बहनों और दादा-दादी की कब्रों के बगल में बनाई गई नयी कब्र में दफनाया जाएगा। गांव में 7 से 12 दिसंबर के बीच दो परिवारों के नौ सदस्यों की मौत हो गई थी।
अधिकारियों के अनुसार, केंद्रीय टीम स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर तत्काल राहत उपलब्ध कराने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाने पर काम करेगी।
स्थिति को संभालने तथा मौतों के कारणों को समझने के लिए देश के कुछ सर्वाधिक प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञों को बुलाया गया है। मरीजों ने बुखार, दर्द, मतली, अत्यधिक पसीना आना और बेहोशी की शिकायत की थी तथा अस्पताल में भर्ती होने के कुछ दिन के अंदर उनकी मृत्यु हो गई।
भाषा जोहेब दिलीप
दिलीप
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