धान के समर्थन मूल्य में 43 प्रतिशत की बढ़ोतरी, केंद्र सरकार ने किया रबी फसलों के समर्थन मूल्य का ऐलान

धान के समर्थन मूल्य में 43 प्रतिशत की बढ़ोतरी, केंद्र सरकार ने किया रबी फसलों के समर्थन मूल्य का ऐलान

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  • Publish Date - September 21, 2020 / 01:03 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:35 PM IST

नई दिल्ली: संसद में पारित दो कृषि विधेयकों को लेकर देश के कई राज्यों में किसानों और राजनीतिक दलों का विरोध लगातार जारी है। वहीं, दूसरी ओर केंद्र सरकार ने रबी फसलों की बोवाई के पहली ही न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की है। इस बात की घोषणा केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में की है। समर्थन मूल्य में ​वृद्धि की घोषणा मंत्री तोमर ने आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति की मंजूरी के बाद की है।

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कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने समर्थन मूल्य में वृद्धि की जानकारी देते हुए बताया कि धान का समर्थन मूल्य 2013-2014 में 1310 रुपए था, जिसे बढ़ाकर 2020-2021 में 1868 किया गया है। यानि एमएसपी में 43 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

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गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रूपए प्रति क्विंटल घोषित। गेहूं के समर्थन मूल्य में 50 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। समर्थन मूल्य में 2.6 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 106 प्रतिशत का मुनाफा।

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चना का समर्थन मूल्य 5100 रूपए प्रति क्विंटल घोषित। चना के समर्थन मूल्य में 225 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। समर्थन मूल्य में 4.6 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 78 प्रतिशत का मुनाफा।

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जौं का समर्थन मूल्य 1600 रूपए प्रति क्विंटल घोषित। जौं के समर्थन मूल्य में 75 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। समर्थन मूल्य में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 65 प्रतिशत का मुनाफा।

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मसूर का समर्थन मूल्य 5100 रूपए प्रति क्विंटल घोषित। मसूर के समर्थन मूल्य में 300 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। समर्थन मूल्य में 6.3 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 78 प्रतिशत का मुनाफा।

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सरसों एवं रेपसीड का समर्थन मूल्य 4650 रूपए प्रति क्विंटल घोषित। सरसों एवं रेपसीड के समर्थन मूल्य में 225 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। समर्थन मूल्य में 5.1 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 93 प्रतिशत का मुनाफा।

कुसुम्भ का समर्थन मूल्य 5327 रूपए प्रति क्विंटल घोषित। कुसुम्भ के समर्थन मूल्य में 112 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि। समर्थन मूल्य में 2.1 प्रतिशत की वृद्धि। लागत मूल्य पर किसानों को 50 प्रतिशत का मुनाफा।

वर्ष 2013-2014 में गेहूं की #MSP 1400 रुपये थी, जो 2020-2021 में बढ़कर 1975 रुपये हो गई। यानि एमएसपी में 41 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

मसूर: 2013-2014 में इसकी #MSP 2950 रुपये थी, जो 2020-21 में बढ़कर 5100 रुपये हो गई। यानि MSP में 73 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

उड़द : 2013-2014 में उड़द की #MSP 4300 रुपये थी, जो 2020-21 में बढ़कर 6000 रुपये हो गई। यानि MSP में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

मूंग: साल 2013-14 में मूंग की #MSP 4500 रुपये थी, जो साल 2020-21 में बढ़कर 7196 रुपये हो गई, यानि इस दौरान एमएसपी में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

अरहर: साल 2013-14 में अरहर की #MSP 4300 रुपये थी, जो साल 2020-21 में बढ़कर 6000 रुपये हो गई, यानि इस दौरान एमएसपी में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।