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वायनाड (केरल), 28 जनवरी (भाषा) केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को कहा कि जंगली जानवरों के हमलों से मानव जीवन की रक्षा करना केंद्र और राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है। उन्होंने आरोप लगाया कि वायनाड जिले में बचाव कार्य के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से दी गई धनराशि अपर्याप्त है।
पिछले सप्ताह बाघ के हमले में मारी गई एक महिला के परिवार से मिलने अपने निर्वाचन क्षेत्र पहुंचीं प्रियंका ने कहा कि वह केंद्र और राज्य दोनों सरकारों के समक्ष जंगली जानवरों के हमलों से निपटने के लिए अपर्याप्त धनराशि का मुद्दा उठाएंगी।
कांग्रेस महासचिव ने कलेक्ट्रेट में वायनाड जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि मानव-पशु संघर्ष के कई कारण हैं और इसमें कई कारक शामिल होने के कारण यह ऐसी समस्या नहीं है जिसे आसानी से सुलझाया जा सके।
प्रियंका ने कहा कि यह कोई आसान नहीं, बल्कि जटिल समस्या है। विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन की अगुवाई में आयोजित ‘‘मलयोरा समारा यात्रा’’ के तहत कलपेट्टा में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘‘लेकिन यह समस्या चाहे जितनी भी जटिल क्यों न हो, मानव जीवन की रक्षा की जिम्मेदारी केंद्र और राज्य सरकारों की है।’’
प्रियंका ने कहा कि वायनाड जिला प्रशासन के अधिकारी जंगली जानवरों के हमलों से मानव जीवन की रक्षा के लिए ‘बड़े प्रयास’ कर रहे हैं, लेकिन उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि केंद्र और राज्य सरकारें इस मुद्दे को पर्याप्त प्राथमिकता नहीं दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि वन अधिकारियों और जिला प्रशासन को इस समस्या से निपटने के लिए और अधिक धन की आवश्यकता है। प्रियंका ने कहा कि उन्हें अधिक सुरक्षाकर्मियों, बेहतर बाड़ लगाने और दीवारों की मरम्मत के लिए धन की आवश्यकता है। कांग्रेस नेता ने कहा कि पर्याप्त धन के बिना वे उचित सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि मात्र डेढ़ महीने में पांच लोगों की मौत ‘अस्वीकार्य’ है। उन्होंने कहा कि यह कोई अलग-थलग मामला नहीं है, यह समस्या केरल के कई इलाकों को प्रभावित कर रही है।
प्रियंका ने सवाल किया कि राज्य सरकार इस मुद्दे को कब प्राथमिकता देगी और केंद्र सरकार कब कदम उठाएगी और कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे के समाधान के लिए तत्काल धन मुहैया कराना जरूरी है।
इससे पहले, जिला कलेक्ट्रेट में पत्रकारों से बातचीत में प्रियंका ने अपर्याप्त निधि के मुद्दे को संसद में उठाएंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कानून में बदलाव के लिए पहल नहीं करूंगी, लेकिन मैं संसद में यहां के लोगों की जरूरतों को जरूर उठाऊंगी, जिसमें लोगों की सुरक्षा की सर्वोच्च आवश्यकता भी शामिल है।’’
प्रियंका ने कहा, ‘‘मैं निश्चित रूप से यह तथ्य उठाऊंगी कि यदि हमें यहां पर इससे निपटने के लिए पर्याप्त धनराशि नहीं मिलती है, तो उनका जीवन खतरे में रहेगा।’’ उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र, राज्य सरकार और जनप्रतिनिधियों सहित सभी को मिलकर काम करना होगा क्योंकि जंगली जानवरों के हमलों की समस्या के लिए ‘‘कोई रेडीमेड समाधान’’ नहीं है।
वायनाड सांसद ने कहा कि यह कोई आसान नहीं बल्कि जटिल समस्या है। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, मैं सबसे पहले यह मुद्दा उठाने जा रही हूं कि उन्हें (स्थानीय प्रशासन को) अपना काम ठीक से करने के लिए यहां बहुत अधिक धन की आवश्यकता है।’’
बैठक से पहले प्रियंका राधा के घर गईं, जिसे पिछले सप्ताह बाघ ने मार डाला था, जब वह यहां मनंतवडी गांव में प्रियदर्शिनी एस्टेट में कॉफी बीन्स इकट्ठा करने गई थी। वन अधिकारियों ने बताया कि राधा की जान लेने वाला ‘आदमखोर’ बाघ सोमवार को वायनाड में मृत पाया गया और बाघ के पोस्टमार्टम से पता चला कि उसके पेट में महिला के बाल, कपड़े और एक जोड़ी बालियां मौजूद थीं।
प्रियंका पार्टी के पूर्व जिला पदाधिकारी एन. एम. विजयन के परिवार से भी मिलीं, जिन्होंने दिसंबर 2024 में अपने बेटे के साथ कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। विजयन के परिवार ने संवाददाताओं को बताया कि प्रियंका गांधी ने उन्हें पार्टी का समर्थन और वित्तीय एवं अन्य सभी मुद्दों पर सहयोग का आश्वासन दिया।
विजयन के परिवार ने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी ने उन्हें विजयन और उनके बेटे की आत्महत्या की जांच के लिए कांग्रेस द्वारा गठित आयोग की रिपोर्ट मिलने के बाद पार्टी द्वारा उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। एन. एम. विजयन वायनाड जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) के कोषाध्यक्ष थे।
आत्महत्या का प्रयास करने के बाद विजयन (78) और उनके बेटे जिजेश (38) की 27 दिसंबर, 2024 को कोझिकोड सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मृत्यु हो गई थी।
घटना को लेकर राज्य में एक राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया है। राज्य में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आरोप लगाया कि विधायक आई सी बालाकृष्णन से जुड़े एक सहकारी बैंक नौकरी घोटाले की वजह से दोनों (विजयन एवं उनके बेटे) ने यह कठोर कदम उठाया।
इसके बाद बालाकृष्णन और डीसीसी अध्यक्ष एन डी अप्पाचन सहित जिले के प्रमुख कांग्रेस नेताओं को मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया क्योंकि उन्होंने अदालत से अग्रिम जमानत प्राप्त कर ली थी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कन्नूर हवाई अड्डे पर उतरीं और वहां से सड़क मार्ग से वायनाड पहुंचीं।
भाषा आशीष माधव
माधव