नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना का हेलीकॉप्टर Mi-17V5 कुन्नूर की पहाड़ियों में क्रैश हो गया, जहां पर चाय के बागान मौजूद हैं। कॉन्ट्रैक्टर शिवकुमार हादसे के वक्त चाय बागान में काम करने वाले अपने भाई से मिलने गए थे। इस हादसे के बारे में शिवकुमार ने बताया, ‘मैंने देखा कि आग की लपटों में घिरा एक हेलीकॉप्टर गिर रहा था। इसके बाद तुरंत हम लोग उस तरफ दौड़ पड़े।”
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शिवकुमार ने आगे बताया, ”3 बॉडी जलते हुए हेलीकॉप्टर से गिरीं। एक आदमी जिंदा था, उसने पीने के लिए पानी मांगा। हमने उस शख्स को बेडशीट में लपेटकर बाहर निकाला और उसके बाद वहां बचाव दल के लोग आ गए और उनको लेकर गए।
3 घंटे बाद किसी ने मुझे उस व्यक्ति की फोटो दिखाई और बताया कि जिस आदमी से तुमने बात की थी, वो जनरल बिपिन रावत हैं। मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि जिस आदमी ने देश के लिए इतना कुछ किया, उसे पानी भी नहीं मिल सका। यही सोचकर मैं पूरी रात सो नहीं पाया।” यह कहते हुए शिवकुमार की आंखें भर आईं।
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ग्रुप कैप्टन सिंह को एक एम्बुलेंस वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल से सुलूर एयरबेस ले गई, जहां से उन्हें बेंगलुरु ले जाया जा रहा है। उनका इलाज बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में किया जाएगा। बुरी तरह झुलस चुके ग्रुप कैप्टन सिंह को क्रैश साइट से वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल ले जाया गया था।
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ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) के पी सिंह ने बताया कि उनके बेटे को तमिलनाडु के वेलिंगटन स्थित सैन्य अस्पताल से बेंगलुरु के एक अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा है। वरूण सिंह की हालत के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘अभी मैं उनकी स्थिति के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता पाऊंगा।’’