सीबीआई ने अलग-अलग राज्यों में कार्रवाई करते हुए 26 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया

सीबीआई ने अलग-अलग राज्यों में कार्रवाई करते हुए 26 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया

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  • Publish Date - September 30, 2024 / 02:24 PM IST,
    Updated On - September 30, 2024 / 02:24 PM IST

नयी दिल्ली, 30 सितंबर (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दुनियाभर में लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाने से जुड़ीं गतिविधियों में शामिल होने के आरोपी 26 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन चक्र-3 के तहत पिछले बृहस्पतिवार को देर रात पुणे, हैदराबाद, अहमदाबाद और विशाखापत्तनम में 32 अलग-अलग जगहों पर छापेमारी के साथ कार्रवाई शुरू हुई।

उन्होंने बताया कि केंद्रीय एजेंसी ने 58.45 लाख रुपये नकद, लॉकर की चाबियां और तीन लग्जरी गाड़ियां जब्त की हैं।

एजेंसी ने जिन स्थानों पर छापेमारी की उनमें चार कॉल सेंटर – पुणे के रीजेंट प्लाजा में स्थित वी.सी. इनकंफॉर्मिटीज प्राइवेट लिमिटेड; विशाखापत्तनम के मुरली नगर में स्थित वी.सी. इंफ्रोमेट्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड; हैदराबाद में स्थित वायाजेक्स सॉल्यूशंस और विशाखापत्तनम में स्थित अत्रिया ग्लोबल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने चार कॉल सेंटरों में ऑनलाइन आपराधिक गतिविधियों में लिप्त 170 लोगों को पकड़ा।

सीबीआई के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘इस अभियान में जिन साइबर अपराधियों को निशाना बनाया गया, वे कई तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल थे, जिनमें तकनीकी सहायता सेवाएं प्रदान करने का दिखावा करके विशेष रूप से अमेरिका में लोगों से संपर्क करना और फिर इसकी आड़ में उनके सिस्टम को हैक करना शामिल है।”

उन्होंने कहा कि अपराधियों ने पीड़ितों से कहा कि उनकी पहचान चुराकर बैंक खातों से बड़ी संख्या में अनधिकृत लेनदेन किए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि धोखेबाजों ने पीड़ितों से कहा कि वे अपने-अपने देशों की जांच एजेंसियों की निगरानी में हैं।

अधिकारियों ने कहा, ‘इसके बाद साइबर अपराधियों ने वित्तीय मामलों की सुरक्षा के नाम पर पीड़ितों को कुछ नए बैंक खातों में धनराशि स्थानांतरित करने के लिए तैयार किया।”

सीबीआई ने अब तक पुणे से 10, हैदराबाद से पांच और विशाखापत्तनम से 11 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन अवैध कॉल सेंटरों में काम करने वाले अन्य लोगों की भूमिका के बारे में जांच और पूछताछ की जा रही है।

भाषा जोहेब नरेश

नरेश