नयी दिल्ली, 20 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल और उत्तराखंड में 15 विधानसभा सीट पर उपचुनाव में बुधवार को हिंसा की छिटपुट घटनाओं और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अनियमितताओं और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग की शिकायतों के बीच अपराह्न एक बजे तक करीब 35 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
मतदाता पहचान-पत्र और आधार पहचान-पत्र की जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की जांच करने और उन्हें वोट डालने से रोकने के आयोग के दिशा-निर्देशों का उत्तर प्रदेश में उल्लंघन करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया।
निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराह्न एक बजे तक 31 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
निर्वाचन आयोग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार मतदान प्रतिशत इस प्रकार रहा: गाजियाबाद (20.92 प्रतिशत), कटेहरी (24.28 प्रतिशत), खैर (28.80 प्रतिशत), कुंदरकी (41.01 प्रतिशत), करहल (32.29 प्रतिशत), मझवां (31.68 प्रतिशत), मीरापुर (36.77 प्रतिशत), फूलपुर (26.67 प्रतिशत), सीसामऊ (28.50 प्रतिशत)।
उत्तर प्रदेश में मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान के दौरान ककरोली गांव में दो समूहों के बीच टकराव के बाद पथराव की घटना सामने आई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और ‘‘हल्का बल’’ प्रयोग करके भीड़ को तितर-बितर किया। सिंह ने कहा, ‘‘स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है और मतदान शांतिपूर्ण ढंग से जारी है।’’ यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि टकराव का कारण क्या था।
सपा उम्मीदवार सुम्बुल राणा ने आरोप लगाया कि पुलिस पहचान पत्र की जांच के नाम पर मतदाताओं को परेशान कर रही थी।
राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) उम्मीदवार मिथलेश पाल ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि निर्वाचन क्षेत्र के बाहर से लोगों को ‘‘फर्जी मतदान’’ के लिए बुलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘इन लोगों को मदरसों और विद्यालयों में ठहराया गया है।’’
पाल ने यह भी दावा किया कि ‘‘बुर्का पहनी महिलाओं’’ द्वारा फर्जी मतदान किया जा रहा है।
सपा अध्यक्ष की इस टिप्पणी पर कि पुलिसकर्मियों को मतदाताओं के पहचान पत्र नहीं जांचने चाहिए, पाल ने कहा कि फर्जी मतदान को रोकने के लिए उन्हें निश्चित रूप से इसकी जांच करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह सब पुलिस के ‘लचीले रवैये’ के कारण हो रहा है। हमने शिकायत की है, लेकिन पुलिस फिलहाल कुछ नहीं कर पा रही है।’’
सपा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों ने निर्वाचन आयोग से हस्तक्षेप की मांग की।
सपा अध्यक्ष ने उच्चतम न्यायालय और निर्वाचन आयोग से मतदाताओं के कथित दमन के वीडियो साक्ष्य के आधार पर तत्काल संज्ञान लेने का आग्रह किया।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में यादव ने कहा, ‘‘मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड की जांच करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों को वीडियो साक्ष्य के आधार पर तुरंत निलंबित किया जाना चाहिए। पुलिस को आधार आईडी कार्ड या पहचान पत्र की जांच करने का कोई अधिकार नहीं है।’’
विपक्षी पार्टी के दावों पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया उपचुनाव हारने से डरे हुए हैं। शुक्ला ने कहा, ‘‘सपा ने मतदाताओं पर भरोसा खो दिया है। इसीलिए उन्होंने उपचुनाव वाले क्षेत्रों में बाहरी उपद्रवी तत्वों को इकट्ठा किया है। मीडिया की कई खबरों के मुताबिक बुर्का पहनी महिलाओं के चेहरे उनके पहचान पत्र से मेल नहीं खा रहे हैं।’’
कंजरा गांव के पास एक खेत में 23 वर्षीय युवती का शव मिलने के बाद भाजपा और सपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। युवती के पिता दलित हैं और उन्होंने करहल थाने में एक शिकायत दर्ज करायी है, जिसमें उन्होंने प्रशांत यादव नामक व्यक्ति पर अपनी बेटी को अगवा करने का आरोप लगाया है।
घटना पर चिंता जताते हुए भाजपा ने समाजवादी पार्टी पर अपने गढ़ में ‘आतंक का माहौल बनाने’ का आरोप लगाया।
भाजपा उत्तर प्रदेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट करके आरोप लगाया और शोकाकुल पिता का एक वीडियो भी संलग्न किया, ‘‘करहल में समाजवादी पार्टी के नेता प्रशांत यादव और उसके साथियों ने एक दलित लड़की की सिर्फ इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उसने ‘साइकिल’ (सपा का चुनाव चिह्न) को वोट देने से इनकार कर दिया था। मैनपुरी में, सैफई परिवार और अखिलेश यादव के गुंडे फिर से आतंक का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।’’
पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में केदारनाथ सीट पर मतदान के पहले पांच घंटे में 34 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ विधानसभा सीट इस साल जुलाई में भाजपा विधायक शैल रानी रावत के निधन के कारण रिक्त हुई है।
पंजाब में चार विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में अपराह्न एक बजे तक 36 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि गिद्दड़बाहा सीट पर 50.09 प्रतिशत, डेरा बाबा नानक में 39.4 प्रतिशत, बरनाला में 28.1 प्रतिशत और चब्बेवाल में 27.95 प्रतिशत मतदान हुआ।
डेरा बाबा नानक क्षेत्र के डेरा पठाना गांव में आप और कांग्रेस समर्थकों के बीच एक झड़प हो गई।
गुरदासपुर सांसद एवं कांग्रेस उम्मीदवार जतिंदर कौर के पति सुखजिंदर सिंह रंधावा ने आरोप लगाया कि आप के इशारे पर कुछ ‘बाहरी लोगों’ ने गांव में उनके पार्टी कार्यकर्ता की पिटाई की। उन्होंने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप भी लगाया।
हालांकि, आप उम्मीदवार गुरदीप सिंह रंधावा ने सुखजिंदर सिंह रंधावा के आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया।
अधिकारियों ने कहा कि चार विधानसभा क्षेत्रों – गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल (सुरक्षित) और बरनाला में उपचुनाव हो रहा है। इन विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद इन सीट पर उपचुनाव कराने की जरूरत उत्पन्न हुई।
चुनाव मैदान में प्रमुख उम्मीदवारों में पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, केवल सिंह ढिल्लों, सोहन सिंह ठंडल और रविकरण सिंह कहलों (भाजपा), अमृता वडिंग और जतिंदर कौर (कांग्रेस) और हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों और इशांक कुमार चब्बेवाल (आप) शामिल हैं।
केरल की पलक्कड़ विधानसभा सीट पर अपराह्न एक बजे तक 40.16 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
मतदान 14 सीट पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और शाम पांच बजे समाप्त होगा। वहीं, उत्तराखंड के केदारनाथ में मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे समाप्त होगा।
मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
भाषा अमित पवनेश
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