बुद्ध भारत के बोध और भारत के आत्मबोध दोनों का प्रतीक हैं, पीएम मोदी बोले- कोरोना वॉरियर्स सम्मान के पात्र

बुद्ध भारत के बोध और भारत के आत्मबोध दोनों का प्रतीक हैं, पीएम मोदी बोले- कोरोना वॉरियर्स सम्मान के पात्र

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  • Publish Date - May 7, 2020 / 04:54 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:19 PM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा पर देशवासियों को संबोधित किया। मोदी ने लोगों को बुद्ध की राह पर चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध कहते थे कि मानव को निरंतर ये प्रयास करना चाहिए कि वो कठिन स्थितियों पर विजय प्राप्त करे, उनसे बाहर निकले। थक कर रुक जाना कोई विकल्प नहीं होता। आज हम सब भी एक कठिन परिस्थिति से निकलने के लिए, निरंतर जुटे हुए हैं, साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

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बुद्ध भारत के बोध और भारत के आत्मबोध दोनों का प्रतीक हैं। इसी आत्मबोध के साथ भारत निरंतर पूरी मानवता के लिए, पूरे विश्व के हित में काम कर रहा है और करता रहेगा। भारत की प्रगति,हमेशा, विश्व की प्रगति में सहायक होगी।

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आज आप भी देख रहे हैं कि भारत निस्वार्थ भाव से,बिना किसी भेद के अपने यहां भी और पूरे विश्व में कहीं भी संकट में घिरे व्यक्ति के साथ पूरी मज़बूती से खड़ा है।

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बुद्ध त्याग और तपस्या की सीमा है, बुद्ध सेवा और समर्पण का पर्याय है। बुद्ध वो है जो स्वयं को तपा कर, खुद को न्यौछावर कर पूरी दुनिया में आनंद फैलाने के लिए समर्पित है। इस समय हम अपने आसपास ऐसे अनेके लोगों को देख रहे हैं जो दूसरों की सेवा के लिए 24 घंटों काम कर रहे हैं।