कोलकाता, 10 जनवरी (भाषा) पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बृहस्पतिवार रात बांग्लादेश के मवेशी तस्करों ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों पर हमला किया। अर्द्धसैनिक बल की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई।
जवानों ने आत्मरक्षा के तौर पर जवाबी कार्रवाई करते हुए तस्करी के प्रयास को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया और 10 सांड़ बरामद किए।
बीएसएफ कर्मियों ने खुटादाह सीमा चौकी (बीओपी) पर तस्करों को मवेशियों के साथ भारतीय सीमा की बाड़ के पास आते देखा। इस दौरान वह तस्कर बांग्लादेश की ओर से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके भारत में घुस आए।
बीएसएफ जवानों द्वारा उन्हें रुकने के लिए जो चेतावनी दी गयी, तस्करों ने उसे नजरअंदाज कर दिया। वह आक्रामक तरीके से आगे बढ़े और धारदार भालों का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने सीमा की बाड़ को काटने की कोशिश की। इसके जवाब में बीएसएफ के एक जवान ने चेतावनी के तौर पर एक खाली गोली चलाई।
बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘‘अंधेरे और उबड़-खाबड़ इलाके का फायदा उठाकर तस्कर बांग्लादेश भाग गए। इसके बाद इलाके की तलाशी में हरियाणा मूल के आठ सांड़ और हमलावरों द्वारा छोड़े गए तीन धारदार भाले बरामद हुए।’’
बयान में कहा गया है कि पिपली बीओपी (कोलकाता सेक्टर) और बीओपी एचसी पुर और नवादा (मालदा सेक्टर) में इसी तरह की तस्करी के प्रयास एवं हमलों की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं।
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि इन हमलों के बारे में चिंता जताने के लिए बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ नियमित बैठक के बावजूद बांग्लादेशी अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
भाषा यासिर माधव
माधव