देहरादून। Brain Dead Kanwadia Donated Organs: सावन माह में बाबा भोलेनाथ के कई ऐसे भक्त हैं जो उन्हें जल चढ़ाने के लिए कई किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर पहुंचते हैं। ऐसा ही एक 24 वर्षीय युवक जो कांवड़ लेकर हरिद्वार आया था लेकिन, सड़क हादसे में घायल होने के बाद कोमा में चला गया था। इसके बाद डॉक्टरों ने उसे 30 जुलाई को ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। पीड़िता का नाम सचिन बताया गया। इसके बाद अलग-अलग जगहों पर तीन लोगों को उसके अंगों से नई जिंदगी मिली है।
दरअसल, हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी 25 वर्षीय सचिन रुड़की 23 जुलाई को कांवड़ यात्रा के दौरान सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हो गया था। जिसके बाद वह कोमा में चला गया और फिर जब डॉक्टरों को उसकी कोमा से बाहर आने की उम्मीद नहीं दिखी तो एम्स के डॉक्टरों ने परिजनों से अंगदान की अपील की। जिस पर परिजनों ने राजी होते हुए सचिन के अंगदान का फैसला लिया।
Brain Dead Kanwadia Donated Organs: बता दें कि, सचिन के अंगों से न केवल तीन लोगों को जिंदगी मिली, बल्कि दृष्टि खो चुके दो लोगों के जीवन में सचिन के नेत्रदान से उजियारा आ सकेगा। वहीं डॉक्टों ने बताया कि, सचिन के अंगदान से दो अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती तीन लोगों को नया जीवन मिला है। जिसमें पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती व्यक्ति को किडनी, पेनक्रियाज दान किया गया। दूसरी ओर, दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलरी साईंसेज (आईएलबीएस) में भर्ती दो अलग-अलग व्यक्तियों को किडनी एवं लिवर दान किए गए।